मेरठ नगर निगम में हुए भ्रष्टाचार का उजागर पार्षदों ने किया। उन्होंने बताया कि पार्षद कक्ष में पचास हजार रुपए की क़ीमत के सोफे लगाए गए। जिनका भुगतान ₹300000 कराया गया। जबकि ठेकेदार ने अलमारी बनाई भी नहीं और ₹100000 का भुगतान करा लिया। ठेकेदार व संबंधित कर्मचारियों से शिकायत की गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। पार्षदों नगर आयुक्त का घेराव करते हुए निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की हैं।
लोकसभा चुनाव में मतदान केंद्रों में कुर्सी व मेज की व्यवस्था करने के नाम पर फर्जीवाड़ी की शिकायत भाजपा पार्षदों ने नगर निगम कार्यालय में नगर आयुक्त डॉ अमित पाल शर्मा से की। पार्षदों का आरोप है कि कुर्सी मेज की अधिकांश व्यवस्था पार्षदों की ओर से की गई थी। लेकिन ठेकेदार ने भुगतान के लिए मनमानी तरीके से फाइलें तैयार कर प्रस्तुत की।
पार्षदों ने नगर निगम के नजारत अनुभाग के बाबू की मिलीभगत का आरोप लगाया। इन फाइलों का सत्यापन किया जाना चाहिए। पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि पार्षद कक्ष में जो सोफा लगाया उसकी कीमत 50 हजार हैं। जबकि फाइल 3:50 लाख की बनी है, जो की 7 गुना अधिक है। नगर आयुक्त ने निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
11 वर्षीय बेटे की हत्या का हुआ खुलासा,माँ के अवैध संबंधों का पता चल गया था बेटे को
मेरठ में मां की ममता को शर्मसार करने का नया मामला सामने आया है जहाँ मां ने अपने अवैध सम्बंधो को कायम रखने के लिये अपने ही 11 वर्षीय बेटे साहिल की हत्या कर दी। साहिल को अपनी माँ के अवैध सम्बन्धों का पता चल गया था। जिसके चलते महिला