मेरठ का परिवार सकुशल लोटा अपने घर । गुजरात के विपरजॉय चक्रवात तूफान में मेरठ के आशीष धस्माना व संजय अग्रवाल समेत उनके परिवार के 7 सदस्य फंस गए थे। वे परिवार के सभी लोग बीती 9 जून को द्वारिका व सोमनाथ दर्शन के लिए दिल्ली से हवाई मार्ग द्वारा गए थे। बता दे कि 11 व 12 जून में द्वारिका में तेज हवाएं चल रही थीं और समुद्र की लहरें तेज उफान मार रही थीं। जिस कारण भेंट द्वारिका, जो द्वारिका से लगभग 30 किलोमीटर दूर है, जहां जाने का एकमात्र रास्ता समुद्र मार्ग था। उसको 12 जून की शाम को बंद कर दिया गया था।
उन्होंने बताया कि आखिरी नाव में यह परिवार बामुश्किल तेज लहरों के बीच द्वारिका वापस आ गया। यही मंजर उन्हें सोमनाथ में भी देखना को मिला। वहां भी बार-बार मौसम बदल रहा था। इसी के साथ तेज हवाएं ओर बारिश हो रही थी। कभी चटक धूप का सामना करना पड़ता तो कभी तूफानी मौसम का । तूफान में परिवार के सदस्य रंजना, योगिता, चिराग, आस्था, नंदिनी, अनन्या अग्रवाल व अनन्या धस्माना थे। उन्हें पुलिस द्वारा मंदिर के समीप वाले बीच से वापस भेज दिया गया।
समुद्री तूफान से बचने के लिए परिवार ने डीयू बीच न जाने का निर्णय लिया था। इसी वजह से दो से तीन दिन तक गिर लायन रिजर्व पार्क में रुकना पड़ा। गुजरात सरकार द्वारा अगले ही दिन सभी टूरिस्ट एक्टिविटी को रोकने के आदेश दिए गए। परिवार क्लब महिंद्रा रिसोर्ट में रुक गया। जहां अचानक उनका सामना तेज हवाओं व तूफान से हुआ। इनकी 15 को राजकोट से वापसी की फ्लाइट थी। इसलिये उन्होंने तत्काल राजकोट जाने का निर्णय लिया। जूनागढ़ के तेज तूफान को पारकर वो राजकोट पहुंच गए। मेरठ पहुंचने के बाद परिवार के सदस्यों ने बाबा औघड़नाथ मंदिर के दर्शन किए।