मेरठ। न्यूटीमा अस्पताल के बेसमेंट सीलिंग मामले में अस्पताल को एक बड़ी राहत मिली है।एससपी सिटी पीयूष सिंह द्वारा फोर्स उपल्बध न कराने पर फिलहाल अस्पताल की सील की कार्रवाई रूक गयी है। वहीं न्यूटिमा अस्पताल में मंगलवार की सुबह आईएमए के पदधिकारी व नर्सिग होम के संचालक सुबह से न्यूटिमा हॉस्पिटल में में पहुंचे गये। सील की कार्रवाई फिलहाल रूकने से चिकित्सको ंराहत की सांस ली है।
न्यूटिमा हॉस्पिटल मामले में आईएएम द्वारा शहर के सभी चिकित्सक संस्था की चाॅबी एमडीए उपाध्यक्ष को देने के बाद ही कयास लगाए जाने लगे थे। ठीक हुआ भी वहीं रात को एसपी सिटी ने फाेर्स देने से मना कर दिया। इस पर मेडा को बेकफूट पर आना पडा। वही दूसरी ओर मंगलवार सुबह से आईएमए के पदाधिकारी ,सदस्य व मेरठ नर्सिग एसोसिएशन के संचालक न्यूटिमा अस्पताल में पहुंच गये। इस दौरान ऐसे मरीजों को भी न्यूटिमा अस्पताल वालों ने बुलाया । जिनके परिजन चिकित्सक की बदौलत आज जिंदा है।
डा विश्वजीत वैम्बी ने कहा शहर में ऐसा कौन सा निर्माण है या कौन सी एसी बिल्डिंग है जहां पर कोई कमी नही है। इसका समाधान कम्पाउडिंग के माध्यम से ठीक हो सकती है। उन्होंने कहा काेविड के दौरान सरकारी अधिकारी अस्पताल में आकर अस्पताल के बैड बढाने की बात करते। तब उन्हें यह बात क्यों नहीं ध्यान आयी। उन्होंने कहा एक विधायक के दबाव न्यूटिमा हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई क्यों की जा रही है। शहर में और भी बिल्डिंग भी है। उन्होंने कहा उन्होंने एमडीए में कम्पाउडिंग के लिए 1.40 कराेड रूपया दिया जा चुका है। लेकिन आज तक मेरठ विकास प्राधिकरण ने कम्पाउडिंग नहीं की है। उन्होंने कहा एक सप्ताह से अस्पताल के चिकित्सक प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगा रहे है। लेकिन समस्या का काेई हल नहीं निकाला जा रहा है। एमडीए को और पैसा चाहिए तो वह हमें बताए वह उस पैसे को देने के लिए भी तैयार है। उन्होंने कहा इसका परमानेंट सैल्यूशन जानबूझ कर यह खेला जा रहा है।ऐसे लोगों को उगाही का मौका मिल सके। उन्हाेंने कहा अस्पताल में जो भी लोग आए है।वह सब पीडित है। उन्होंने प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य से पुकार कर रहे है। वह स्वंय आए और भयंमुक्त वातावरण में काम कर सके। जिसके उन्हाेंने भाजपा को वोट दिया। उन्होंने कहा वह शुक्रगुजार विधायक व मंत्री सोमेन्द्र तोमर है जिन्होंने उनकी बात को डिप्टी सीएम के समक्ष रखा। विधान सभा सत्र में अतुल प्रधान ने इस मुददे का उठाने का प्रयास किया तो डिप्टी सीएम ने उनकी बात को विधाससभा में उठने नहीं दिया।
उन्होंने कहा हाईकोर्ट में उन्हाेंने परमानेंट हल निकालने के लिए रिट याचिका दायर की है। वहां पर अपनी बात को रखेंगे। उन्होंने कहा किसी भी हाल में अस्पताल की सील नहीं लगने दी जाएगी। चाहे इसके लिए उन्होंने कुछ भी करना पडे। अस्पताल भी बंद करने से गुरेज नहीं करेंगे। लोग प्राइवेट छोडकर सरकारी अस्पतालों में उपचार कराये। उन्होंने कहा अस्पताल से करीब 750 परिवार चल रहे है। प्रशासन के उनके बारे में सोचना चाहिए।
एक मरीज की मॉ सुधा सिंहल ने साफ कहा ग्यारह साल उनकी पौती का जन्म हुआ था उसके जीने के चांस कम थे। उस समय डा अमित उपाध्याय ने उनकी पौती को नया जीवनदान दिया।उन्होंने साफ कहा प्राइवेट अस्पताल ऐसा ही नहीं खडा होता है। इसके लिए कुशल चिकित्सक व टैक्टनीकल स्टॉफ को रखना होता है। क्या वह फ्री में आते है। उन्होंने मेरठ विकास ्प्राधिकरण से कहा उस समय वह कहा था जब अस्पताल बन रहा था । अब क्यों उसे याद आया। उन्होंने कहा कोराना काल में यही चिकित्सक थे जिन्होंने लोगों की जिदंगी को बचाने के लिए अपनी जान तक गंवानी पडी। उन्होने कहा सरकार से सरकारी अस्पताल खोले हुए है। आखिरकार प्राइवेट अस्पताल में क्यों मरीज आते है। उन्हें कोई पकड कर नहीं लाता है। वह एक उम्मीद से आते है उनका मरीज बच जाए । उन्होंने साफ अगर एमडीए सील की कार्रवाई करता है वह अस्पताल के चिकित्सकों के साथ आंदोलन में कूदेगी। इस दौरान कई महिलाओं के आंखों में आंसू झलक आए।
आईएमए के उपाध्यक्ष डा शिशिर जैन ने कहा मेरठ शायद ही कोई बिल्डिंग ऐसी नहीं है जिसमें कोई न कोई कमी न हो। राजनीतिक दबाव के चलते एक अस्पताल को क्यों निशाना बनाया जा रहा है। एमडीए की सील की कार्रवाई के नोटिस के बाद इमरजेंसी बैठक बुलायी गयी। जिसमें निर्णय लिया गया। अगर एमडीए सील की कार्रवाई करता है तो शहर के सभी अस्पताल के संचालक अपने अस्पतालों पर ताला मारकर चॉबी एमडीए उपाध्यक्ष को सौंप देंगे। इसका असर यह हुआ । कार्रवाई को अभी स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने साफ कहा है किसी भी हाल में अस्पताल में सीलिंग की कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी।
आइएम के मेरठ शाखा के अध्यक्ष डा संदीप जैन कहा इस मामले में प्रशासन से समय मांगा था। मामला हाईकोर्ट में मामला लंबित है। यह किसी दबाव में एमडीए काम रहा है। उसी को ध्यान में रखते हुए आईएमए के सभी पदाधिकारी न्यूटिमा में पहुंचे । जिसके चलते एमडीए ने फिलहाल कार्रवाई को अनिश्चित काल के स्थगित किया है। एमडीए की टीम कम्पाउंडिंग के आएगी । इसके बाद आगे की कार्रवाई जा जाएंगी।