मेरठ। शोभित विवि में मीडिया को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की इनोवेशन सेल द्वारा आयोजित ‘स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन’ (Smart India Hackathon – SIH2023) एक राष्ट्रीय पहल है जो छात्रों को सरकार, मंत्रालय, विभाग, उद्योगों और अन्य संगठनों के जटिल समस्याओं को समाधान के लिए एक मंच प्रदान करती है। SIH को विश्व का सबसे बड़ा ओपन इनोवेशन मॉडल माना गया है। प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य छात्रों में उत्पाद नवाचार और समस्या समाधान की संस्कृति को बढ़ावा देता है। शोभित विवि के लिए इस प्रतिष्टित कार्यक्रम की मेजबानी करना गर्व का विषय है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने पूरे भारत में 36 संस्थानों को नोडल केंद्र के रूप में चुना है। जिसमे शोभित विश्वविद्यालय स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2023 सॉफ्टवेयर संस्करण की मेजबानी करने वाला पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है। जिसका आयोजन शोभित विश्वविद्यालय मेरठ में 19 एवं 20 दिसंबर को किया जाएगा।
उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि मेरठ के युवा पीढ़ी के छात्र खासकर शोभित विश्वविद्यालय के छात्रों की दो टीमों को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन सॉफ्टवेयर संस्करण के लिए चुनी गयी हैं। जिसमें 13 छात्र विशाखापटटनम, विजयपाडा गये है। जो निश्चित रूप से नई उर्जा के साथ इस प्रतियोगिता में अपना बेहतर प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि हमें खुशी हो रही है कि शोभित विश्वविद्यालय को भारत सरकार द्वारा पहली बार इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की मेजबानी के लिए चुना गया है।
विवि के कुलपति प्रोफेसर डॉ जयानंद ने बताया कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2023 के ग्रैंड फिनाले में शिक्षा मंत्रालय ने हमें नोडल सेंटर के रूप में चुनकर अपना जो विश्वास हम पर दिखाया है निश्चित रूप से विश्वविद्यालय की टीम एक साथ मिलकर विभिन्न राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, वेस्ट बंगाल,हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश,राजस्थान, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि के 22 संस्थानों के 150 से अधिक प्रतिभागियों की मेजबानी करने के लिए तत्पर हैं। खास तौर पर बताते हुए उन्होंने कहा कि इस बार शोभित विश्वविद्यालय में पंजाब सरकार की तीन समस्याओं को लेकर जो प्रतियोगिता की जा रही है उसमें प्रत्येक समस्या को दूर करने के लिए सबसे बेहतर कार्य करने वाली टीमों को एक-एक लाख रुपए का पुरस्कार पंजाब सरकार द्वारा दिया जाएगा। इसके अलावा शोभित विश्वविद्यालय भी प्रत्येक विजेता टीम को पुरस्कृत कर सम्मानित करेगा।
राष्ट्रीय हैकाथॉन के लिए विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी डॉ तरुण कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार शोभित विवि में आई यह सभी 22 टीम पंजाब सरकार की 3 समस्याओं के निवारण के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी। उन्होंने बताया कि आज के समय में पंजाब के रोजगार विभाग के पास नौकरी चाहने वालों और नियुक्ताओं को डिजिटल माध्यम से दी जाने वाली लगभग सभी सेवाएं प्रदान करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध है।जिसमें कई सारे मॉड्यूल हैं जब कोई उपयोगकर्ता पोर्टल पर जाता है तो वहां उपयोगकर्ता को डिजिटल प्लेटफॉर्म के उस हिस्से तक पहुंचने में मदद करने के लिए कोई हैंड होल्डिंग तंत्र नहीं है जो उसकी समस्याओं का निवारण कर सके। इस समस्या को दूर करने के लिए यह सभी प्रतिभागी कोडिंग के माध्यम से इसका हल देने का प्रयास करेंगे।
दूसरी समस्या यह है कि पंजाब सरकार द्वारा पंजाब घर-घर रोजगार एवं कारोबार मिशन चलाया गया है जिसमें वह उपयोगकर्ता को रोजगार डाटा प्रदान करता है किंतु उसे एप्लीकेशन में यह समझने के लिए एकीकृत विश्लेषण टूल का अभाव है कि उपयोगकर्ता जानकारी का उपयोग कैसे कर रहा है। जिसके लिए यह सभी प्रतिभागी इस समस्या का समाधान करने के लिए कोई ऐप डेवलप करने का प्रयास करेंगे।
तीसरी एवं सबसे महत्वपूर्ण समस्या यह है कि पंजाब सरकार द्वारा पंजाब घर-घर रोजगार एवं कारोबार मिशन वेब एप्लिकेशन पंजाब सरकार का एंड्रॉइड एप्लिकेशन संभावित उम्मीदवारों को रोजगार डेटा प्रदान करता है। यह आवश्यक है कि जब उम्मीदवार यात्रा कर रहे हों या जब वे अपने कैमरा फोन का उपयोग कर रहे हों तो उन्हें नौकरी सूचनाएं प्राप्त करने में सक्षम होना चाहिए। उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त नौकरी अधिसूचनाएं उम्मीदवारों के भू-स्थानिक निर्देशांक के अनुरूप होनी चाहिए। एप्लिकेशन में एआर सुविधा को समायोजित किया जाना चाहिए। जैसे ही उम्मीदवार स्मार्टफोन कैमरे का उपयोग करता है उस क्षेत्र में उपलब्ध नौकरियों या गिग नौकरियों या कौशल विकास पहल या विदेशी परामर्श पहल के बारे में स्क्रीन पर एक अधिसूचना प्राप्त होगी। विवरण स्क्रीन पर भी उपलब्ध कराया जाना चाहिए। एक वेबलिंक उपलब्ध होना चाहिए जो उस वेबपेज पर ले जाए जहां उम्मीदवार नौकरी या नौकरी के लिए सफलतापूर्वक आवेदन कर सके। जीपीएस सुविधा को एक इंटरफ़ेस उत्पन्न करने के लिए एकीकृत किया जाना चाहिए जो नियोक्ताओं (मांग पक्ष) को किसी विशिष्ट नौकरी के लिए वांछित कौशल वाले संभावित पंजीकृत उम्मीदवारों को देखने में सक्षम बनाता है। यह जानकारी उम्मीदवार और नियोक्ता के भौगोलिक निर्देशांक के आधार पर वास्तविक समय में उपलब्ध होनी चाहिए। ऐप को उम्मीदवारों के स्मार्टफोन पर उनके भू-स्थानिक निर्देशांक के आधार पर नौकरी, कौशल विकास, या विदेशी परामर्श के बारे में सूचनाएं भेजने में सक्षम होना चाहिए। ऐप को बेहतर अनुशंसाओं के लिए वैयक्तिकरण का स्तर जोड़ने के लिए उम्मीदवारों के इतिहास और प्राथमिकताओं को बनाए रखने में भी सक्षम होना चाहिए। ऐप में मशीन लर्निंग (एमएल), डेटा साइंस, डीप लर्निंग, ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर), ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) अपेक्षित परिणाम होना चाहिए। उपयोगकर्ता किसी भी स्थान पर नौकरी ढूंढने में सक्षम होना चाहिए और यहां तक कि अपने कैमरा फोन पर भी नौकरी ढूंढ सकता है। और जब वह किसी भौगोलिक क्षेत्र के भीतर किसी विशेष इमारत/स्थान पर कैमरा इंगित करता है।
शोभित विश्वविद्यालय के जनसंचार अधिकारी प्रो डॉ अभिषेक डबास ने अपने मीडिया बंधुओं को धन्यावाद ज्ञापित किया ।