मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में राष्ट्रबोध व्याख्यान माला के अंतर्गत श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बोधि उपवन में प्रातः 11ः45 बजे हवन किया गया। साथ ही बौद्ध विद्वानों द्वारा मंगलाचरण किया गया। पंडित सकलानन्द ने विधिवत हवन कराया। हवन में यजमान के रूप में मुख्य अतिथि भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत शारदा, पूर्व विधायक,राजेन्द्र शर्मा, सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज एवं सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ.कृष्णा मूर्ति शामिल रहे। सुभारती परिवार के सदस्यों द्वारा बोधि उपवन में एलईडी स्क्रीन पर अयोध्या धाम से सीधा प्रसारण देखा गया।
सुभारती समूह के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण ने सभी को श्रीराम के भव्य, दिव्य एवं अलौकिक मंदिर उद्घाटन की मंगलकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज भारतीय संस्कृति का गौरवशाली दिन है, कि श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को भारत के हर नागरिक की आस्था के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्ण किया है। उन्होंने कहा कि आज के दिन को सुभारती परिवार ने वृहद दिपावली के रूप में मनाया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम हमारी संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत के सर्वोत्तम आयामों के प्रतीक है। उन्होंने कहा कि श्रीराम के प्रेम, करुणा, मैत्री जैसे सार्वभौमिक मूल्य विश्व के लिये प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि श्रीराम के भव्य मंदिर के उद्घाटन का श्रेय आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, गृहमंत्री श्री अमित शाह जी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के प्रयासों को साधुवाद है। इसी क्रम में सुभारती समूह शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के भाव से राष्ट्रहित में श्रीराम के आदर्शों को पल्लवित कर रहा है।सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति स्तुती नारायण कक्कड़ ने कहा कि मर्यादा पुरूषोंत्तम श्रीराम पूरी मानवता के लिये प्ररेणा स्त्रोत है। उन्होंने कहा कि सदियों की प्रतीक्षा आज पूर्ण हुई है और श्रीराम का भव्य मंदिर भारतीय सनातन संस्कृति का प्रतीक बनेगा।
मुख्य अतिथि भाजपा नेता विनीत शारदा ने कहा कि आज 500 वर्षो की तपस्या पूर्ण हुई है। उन्होंने कहा कि श्री राम मंदिर का उद्घाटन जीवन का सबसे स्वर्णिम एवं ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने कहा कि पृथ्वीराज चौहान के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सनातन के राजा है।
पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि यज्ञ हमारी परम्परा का हिस्सा है और मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम ने हमें मर्यादा का रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम के संस्कार से जीवन कल्याण निश्चित है, उन्हीं की प्रेरणा व मान्यताओं से हमें आगे बढ़ना चाहिए।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज ने कहा कि मर्यादा पुरूषोंत्तम श्रीराम पूरी मानवता के लिये प्रेरणा स्त्रोत है। सुभारती विश्वविद्यालय उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए अपने विद्यार्थियों में भारतीय संस्कृति के गुण रोपित कर रहा है। आज के ऐतिहासिक दिन पर सभी पुरुष मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शो को अपने जीवन में आत्मसात करें एवं माता सीता के चरित्र से सभी महिलाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर चौधरी यशपाल सिंह, संगीता अग्रवाल, चिराग अग्रवाल, सुहानी, प्रतिकुलपति डॉ. अभय शंकर गौड़ा, कुलसचिव (दूशिक) सैयद ज़फ़र हुसैन, डॉ. हिरो हितो, डॉ. अंजलि खरे, डॉ. सत्यम खरे, कर्नल राजेश त्यागी, डॉ. आरे. के. घई, डॉ. पिंटू मिश्रा, डॉ. सरताज अहमद, डॉ. प्रदीप राघव, डॉ. सोकिन्द्र कुमार, राजकुमार सागर, अनम शेरवानी सहित सुभारती परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे।