मेरठ में पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर एक युवक ने ट्रेन के सामने खुदकर जान दे दी। परिवार वालो ने एक दरोगा पर युवक से प्रेमप्रसंग के मामले में समझौता करने के नाम पर 80 हजार रुपये की रिश्वत मांगने पर आरोप लगाया है। इसी बात को लेकर युवक परेशान चल रहा था। आरोप है कि पुलिस इस मामले को लेकर युवक को उत्पीड़ित कर रही थी। युवक तनाव में चल रहा था।
इसी कारण युवक गुरुवार को ट्रेन के सामने कूद गया। हादसा होते ही मौके पर अफरा तफरी मच गई। लोगो की भीड़ लग गई। लोगो ने पुलिस को बुलाया। ई रिक्शे से युवक को अस्पताल लाया गया। जहाँ डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है। उसी के आधार पर आगे की कार्यवाही की जा रही है। पुलिस जांच कर रही है। ये सारा मामला टीपीनगर का बताया जा रहा है।
मामला थाना टीपीनगर क्षेत्र स्थित सिद्धर्थ पुरम नई बस्ती का है। यहां मंशाराम अपने परिवार के साथ रहता है। उनके 5 बच्चे है। इनमें 22 साल का अर्जुन भी है। गुरुवार की शाम बिना किसी को बताये अनुज घर से निकल गया था। इसके बाद वह टीपीनगर रेलवे स्टेशन ओर क्रॉसिंग के बीच बने रेलवे ट्रैक पर जा पहुँचा गया। यहां वह कुछ देर टहलता रहा। उसने जैसे ही दिल्ली से मेरठ की ओर आने वाली ट्रेन को करीब आते ही ट्रेक पर कूद गया। हादसा देख कर लोगो की भीड़ ट्रेक की ओर दौड़ पड़ी।
भीड़ ने गम्भीर रूप से घायल अनुज को अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ अनुज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया और उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुची ओर अनुज के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। वही सूचना मिलते ही परिजन भी मौके पर पहुँच गये। परिजनों ने पुलिस द्वारा उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने पर अपनी जान दी है। मौके पर पहुची पुलिस ने किसी तरह परिजनों को शांत कराया।
अनुज के भाई का कहना है कि अनुज का क्षेत्र की ही रहने वाली एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। अनुज को युवती के दूसरे युवक से एफेयर की बात चली तो अनुज ने युवती से बात करना बंद कर दिया था। जिज़के बाद अनुज के खिलाफ टीपीनगर थाने में झूठी छेड़छाड़ की तहरीर दे दी। बुधवार को पुलिस ने अनुज को हिरासत में लेकर मारपीट की। जबरन समझौता करा दिया। समझौते में तय किया गया कि अनुज युवती से शादी करेगा। समझौते के बाद जब अनुज अपने घर पहुँचा तो युवती से शादी करने से इनकार कर दिया।
परिवार का कहना है की पुलिस के डर से हम लोग शादी के लिये मना कर रहे थे। वही थाने में दरोगा अनुज से समझौता करने के लिये 80 हजार की रिश्वत मांग रहा था। इसी बात को लेकर अनुज परेशान था। वही युवती समझौते के नाम पर 10 लाख रुपये की अनुज से डिमांड कर रही थी। इसी के चलते अनुज तनाव में चल रहा था। उसे कुछ समझ नही आ रहा था कि आखिर वो क्या करे। इसी कारण उसने जान दे दी। परिजनों का कहना है कि हमे न्याय मिलना चाहिये। मृतक के भाई का कहना है कि उसके भाई की हत्या की गई है उसके गुनाह गारो को सज़ा मिलनी चाहिए उसको परेशान करने वाले दारोगा ओर युवती ओर उसके घर वालो को सज़ा मिलनी चाहिये।
वही मामले को सीओ ब्रहमपुरी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि युवक ओर युवती का प्रेम प्रसंग के चलते रिश्ता तय हो गया था। बाद में अनुज ने किसी ओर से लड़की का एफेयर होने की बात कहते हुए रिश्ते से मना कर दिया था। इसी कारण युवती ने अनुज के खिलाफ तहरीर दी थी। रिश्वत ओर जबरन समझौते का आरोप निराधार है। फिर भी पुलिस की ओर से जांच कराई जा रही है। यदि आरोप सही पाया जाता है तो पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करेगी