मेरठ। सीएमओ के सभागार में गुरुवार को मेनस्ट्रीमिंग कार्यक्रम के अन्तर्गत एच.आई.वी/एड्स विषय पर जनपद स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला क्षय रोग अधिकारी के नेतृत्व में किया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधीक्षक, बी.पी.एम, बी.सी.पी.एम, एवं अन्य विभाग शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, यूनिसेफ एवं टी.आई ओ.वाई.आर.जी. ए.आर.टी, सेन्टर, सम्पूर्ण सुरक्षा केन्द्र, एवं सूचना विभाग द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य एचआईवी एड्स के प्रति जागरूकता लाने वह पीएलएचआईवी को समाज में होने वाले भेदभाव को कम करने के लिये एच.आई.वी एड्स एक्ट 2017 के विषय में विस्तृत जानकारी दी गयी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने एचआईवी फैलने के चार मुख्य कारण बताये गये जिसमें उन्होंने एच.आई.वी होने के कारण सिरिंज का साझा उपयोग करना असुरक्षित योन सम्बन्ध बनाना, सकमित रक्त के उपयोग से, संक्रमित मॉ से होने वाले बच्चे को, एवं बचाव सम्बन्धी हेतु हमेशा नई सीरिंज का उपयोग करें, जीवन साथी के प्रति वफादार रहें, एवं निरोध का उपयोग करें रजिस्टर रक्तकोश से ही रक्त ले, हर गर्भवती की एच.आई वी जाँच कराये व संक्रमित गर्भवती महिला का संस्थागत प्रसव, प्रशिक्षित चिकित्सकों की देखरेख में कराये आदि सम्बन्धी के बारे जानकारी दी गयी। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गुलशन राय ने ब्लॉक स्तरीय पर भी एच.आई.वी एड्स एक्ट 2017 उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजन के लिये चिकित्सा अधीक्षक के साथ चर्चा की गयी एवं आगामी कार्ययोजना बनाई गयी।अत. साथ ही उक्त विषय पर अधिक जानकारी के लिये जनपद में टोल फ्री नंबर 1097 के प्रचार-प्रसार के बार निर्देश दिये गये। जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति एच.आई.वी. एवं एस. टी.आई. आरटीआई से सम्बन्धित किसी भी विषय में जानकारी प्राप्त कर सकता है उसकी पहचान एवं जानकारी गोपनीय रखी जाती है।