मेरठ। थाना टीपी नगर क्षेत्र का एक दिल झकझोर देने वाला वीडियो सामने आया है। इसमें युवक गंभीर घायल है। वह 50 मिनट तक छटपटाता रहा। भाई की गोद में सिर रखकर बचा लो-बचा लो की गुहार लगाता रहा। गुरुवार को सुसाइड करने के लिए वह ट्रेन के आगे कूद गया था। लेकिन ट्रेन की टक्कर से बुरी तरह जख्मी हो गया। सिर और सीने में गंभीर चोट आई।युवक का भाई जब ई-रिक्शा में उसे लेकर अस्पताल जा रहा था। तब वह भाई से जाने बचाने की बात कहता रहा। हालांकि, अस्पताल पहुंचने के 15 मिनट में ही उसने दम तोड़ दिया। घटना गुरुवार की टीपीनगर रेलवे ट्रैक की है। इसका वीडियो शुक्रवार को सामने आया। वही परिजनों ने थाने के दरोगा पर समझौते के नाम पर अस्सी हजार की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।
मामला टीपीनगर सिद्धार्थ पुरम नई बस्ती का है। यहा मंशाराम अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके 5 बच्चे हैं। इनमें 22 साल का अनुज भी है। गुरुवार शाम किसी को कुछ बताए बिना अनुज घर से निकल गया। इसके बाद वह टीपीनगर रेलवे स्टेशन और क्रॉसिंग के बीच बने रेलवे ट्रैक पर जा पहुंचा। यहां वो कुछ देर टहलता रहा है। उसने जैसे ही ट्रैक पर दिल्ली से मेरठ की ओर आने वाली ट्रेन को देखा वो उसके करीब आते ही ट्रैक पर कूद गया। हादसा देखकर आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
वीडियो में अनुज रेलवे ट्रैक पर चीखता-चिल्लाता नजर आ रहा है। वह भीड़ के बीच है। उनमें से कुछ लोग उसके सिर और सीने से बह रहे खून को रोकने की कोशिश करते हैं। सीने और सिर पर मगछे को पट्टीनुमा बांध देते हैं। इसी बीच, उसका भाई ई-रिक्शा लेकर आ जाता है। लोग उठाकर उसे किसी तरह ई-रिक्शा में रखते हैं।अनुज के शरीर पर खून रिसता रहा। उसके चेहरे पर भी चोट आई थी। वह बचाने की गुहार लगाता रहा तो भाई आंखों में आंसू लिए बार-बार दिलासा देता रहा- सब ठीक होगा, चुप हो जा..अस्पताल चल रहे हैं। लेकिन वह तड़पता-चीखता और बचाने की गुहार लगाता रहा।घटनास्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर केएमसी अस्पताल ले गए। ये अस्पताल बागपत बस अड्डे के पास है। इस रूट में रैपिड रेल कॉरिडोर निर्माण का काम चल रहा है। वैसे भी ये पूरा रास्ता बेहद जाम और भीड़-भाड़ वाला है। ऐसे में युवक को ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंचने में लगभग 20 मिनट लग गए। अस्पताल पहुंचकर युवक को तुरंत भर्ती कराया गया। उसका इलाज शुरू हुआ। लेकिन 15 मिनट में ही उसने दम तोड़ दिया। हादसे के बाद से मौत होने तक करीब 50 मिनट का समय लगा।
मेरठ में पुलिस से परेशान होकर अनुज सुसाइड करने के लिए ट्रेन के आगे कूद गया। परिजनों ने एक दरोगा पर प्रेम प्रसंग के मामले में समझौता करने के नाम पर 80 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। इसके बाद से युवक परेशान चल रहा था। आरोप है कि पुलिस इसी मामले को लेकर उसका उत्पीड़न कर रही थी।
अनुज के भाई बॉबी ने बताया, “अनुज का एक लड़की से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। अनुज को युवती के दूसरे युवक से अफेयर की बात पता चली तो उसने लड़की से बात करना बंद कर दिया। जिसके बाद युवती ने अनुज के खिलाफ टीपीनगर थाने में झूठी छेड़छाड़ की तहरीर दे दी।बुधवार को पुलिस ने अनुज को हिरासत में लेकर उसे पीटा। जबरन समझौता करा दिया। समझौते में तय हुआ कि अनुज, युवती से शादी करेगा। समझौते के बाद जब अनुज अपने घर पहुंचा तो उसने शादी करने से इनकार कर दिया। हालांकि हम लोग पुलिस के डर से अनुज को शादी के लिए मना रहे थे।
वहीं थाने का दरोगा अनुज से इस मामले में समझौता करने के नाम पर 80 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। इसी बात से अनुज परेशान था। वहीं, युवती समझौते के नाम पर 10 लाख की डिमांड कर रही थी। इन सबसे अनुज को कुछ समझ नहीं आ रहा था। इसी कारण उसने जान दे दी। हमें न्याय मिलना चाहिए। मेरे भाई को परेशान करने वाले दरोगा और युवती और उसके घर वालों को सजा मिलनी चाहिए।”
मामले में सीओ ब्रह्मपुरी संतोष कुमार सिंह ने कहा, युवक और युवती का प्रेम प्रसंग के दौरान रिश्ता तय हो गया था। बाद में अनुज ने लड़की का किसी और से अफेयर होने की बात कहते हुए शादी से इनकार कर दिया। इसी कारण युवती ने अनुज के खिलाफ तहरीर दी थी। रिश्वत और जबरन समझौते का आरोप निराधार है। फिर भी मामले में जांच कराई जा रही है। अगर आरोप सही पाए गए तो आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।