मेरठ में प्रकृति नमन दिवस का आयोजन जगह जगह पर बड़ी धूमधाम से आयोजित किया गया। प्रसिद्ध पर्यावरणविद पद्मभूषण डा. अनिल प्रकाश जोशी जी के द्वारा स्थापित बंसत पंचमी को प्रकृति नमन दिवस के रूप में मनाये जाने के आवाह्न पर पंछियों की सुन्दर ध्वनियों की बेला पर नव जीवन इण्टर कालिज ग्राम कस्तला मवाना रोड में प्रधानाचार्य नरेश कुमार , डा.सुधीर कुमार , सुशील गुप्ता जी व सभी शिक्षकों द्वारा वटवृक्ष व रूद्राक्ष के पेड़ लगाये गए। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सुर संस्था के संस्थापक श्री पवनेश शशि गौड़ जी ने प्रकृति नमन दिवस के मुख्य उद्देश्य पर प्रकाश डाला और डा जोशी के संदेश की महत्ता बताई। विधार्थियों द्वारा मानव श्रंखला के पश्चात प्रकृति पर कविताओं का पठन-पाठन किया गया। शिक्षक व विधार्थियों ने प्रकृति को नमन करते हुए इसके संरक्षण हेतु शपथ भी ग्रहण की।
दोपहर होते मलियाना रोड स्थित जसवंत मिल्स इण्टर कालिज में भी प्रकृति नमन दिवस का भव्य आयोजन विधार्थियों द्वारा आयोजित किया गया। प्रधानाचार्य डा राजेश कुमार अग्रवाल जी ने प्रकृति पर अपनी स्वरचित कविताओं का पाठन किया। वहीं, डा जोशी के इस सार्थक प्रयास को एक महोत्सव बताया। जिसके बाद नीरू तोमर जी ने भी स्वरचित रचना का पाठ किया। इसी श्रंखला में मेरठ के ही लोकेश रूहेला (कैफ) मेरठी ने भी अपने प्रकृति पर आधारित गीत को गुनगुनाया। जिसके बाद सुर संस्था के संस्थापक श्री पवनेश शशि गौड़ जी ने डा. जोशी जी के जीवन पर प्रकाश डाला व बसंत पंचमी के दिन प्रकृति नमन दिवस की उपयोगिता की व्याख्या की व भविष्य में विधार्थियों व शिक्षकों से इस दिन को मनाने के लिए सहयोग की अपेक्षा की। समापन पर गौड़ ने विद्यालय को वट व रूद्राक्ष के वृक्षों को भेंट किया और मंच संचालन डा.सुदेश पाल सिंह जी द्वारा किया गया।