मेरठ।सरकारी विभागों से भ्रष्टाचार समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को एंटी करप्शन मेरठ यूनिट ने डेढ़ लाख रुपयों की रिश्वत लेते नगर निगम के हाउस टैक्स विभाग में तैनात बाबू दीपक और एक अनुचर राहुल को गिरफ्तार किया है। ये लोग हाउस टैक्स कम करने के लिए रिश्वत मांग रहे थे। टीम ने दोनों को पैसों के साथ रंगे हाथ पकड़ा है। टीम दोनों को पकड़कर देहली गेट थाने लाई है। जहां उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। वहीं नगर में दो कर्मचारियों को रिश्वत लेने के मामले में पकड़े जाने के बाद हड़कंप मचा हुआ है।
पूरा मामला मेरठ देहली गेट थाना क्षेत्र का है। जहां नगर निगम दफ्तर के हाउस टैक्स विभाग में लिपिक दीपक, अनुचर राहुल को एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर हाउस टैक्स कम कराने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप है। दोनों ने भाजपा नेता, रतन कारोबारी सुधांशु महाराज से रिश्वत मांगी थी। सुधांशु महाराज ने बताया कि नगर निगम में टोटल भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। मेरा 50 हजार रुपए का हाउस टैक्स था। जिसका मुझे 4 लाख रुपए का बकाया बिल बनाकर दिया गया। फिर बाबू ने मुझसे कहा कि ये बिल 50 हजार का कर देंगे। लेकिन इसके लिए हम 2 लाख रुपए रिश्वत लेंगे।
शिकायत करने वाले सुधांशु महाराज ने बताया कि दोनो लोगों ने ईव्ज चौराहे पर मेरी दुकान को सील लगाने की धमकी दी। मैंने 50हजार रुपए का भुगतान भी कर दिया। इसके बावजूद ये दोनों कर्मचारी और इनके साथ इंस्पेक्टर अनुभव राणा ने मिलकर मुझे धमकाया। कहा पैसे नहीं भरे तो दुकान को सील कर देंगे। हमारे पड़ोसी को भी दुकान सील करने की धमकी दी। इसके बाद मैंने एंटी करप्शन टीम मेरठ से इनकी शिकायत की थी।
टीम के कहे अनुसार मैं इन्हें रिश्वत के पैसे देने आया, जहां टीम ने इनको रंगे हाथों पकड़ लिया है। सुधांशु महाराज ने कहा कि मेरठ नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। यहां सीधे, साधे लोगों, जनता को ठगा जा रहा है। लूट हो रही है। ये पूरी की पूरी चैन है जो नगर निगम में भ्रष्टाचार फैला रहे हैं, इन्हें सस्पेंड किया जाए। यहां के अफसर, कर्मचारी, बाबू सब मिलकर भोले भाले लोगों को डराते हैं, दुकानें सील कर देते हैं। फिर पैसे ऐंठते हैं।