मेरठ में आत्मदाह करने जा रहे युवक को आई जी निचिकेता झा ने बचा लिया है। आई जी ने जैसे ही युवक को खुद पर तेल डालते हुए देखा तो फौरन स्वयं ओर अपने स्टाफ की हेल्प से उसे पकड़ा और उसे बचाया। इसके बाद आई जी ने युवक की पूरी बात सुनी युवक ने कहा कि वो अपने भाई से परेशान है। कई बार सिविल लाइन थाना पुलिस से मदद मांग चुका हूं। लेकिन पुलिस मदद नही करती है। युवक ने कहा कि याब आत्मदाह करने के अलावा उसके पास ओर कोई विकल्प नही बचा है।
संजय नगर निवासी अनिल कुमार का अपने छोटे भाई से कोई विवाद चल रहा है। अनिल का आरोप है कि भाई और उसका परिवार लगातार उसको ओर उसके परिवार के साथ मारपीट करता है और परेशान रखता है। इसकी शिकायत वो पहले भी थाना सिविल लाइन में शिकायत कर चुका है। लेकिन सुनवाई नही हो रही है। अनिल का आरोप है कि थाने में पीड़ित को फटकार लगा कर भगा दिया है। आरोप है कि सिविल लाइन पुलिस थाने में गरीबो की सुनवाई नही होती है वहा केवल अमीरों की ही सुनवाई की जाती है ओर उनके ही काम होते है।आरोप है कि उसका भाई उसको जान से मारने की धमकी दे रहा है।
इसी से परेशान होकर युवक अनिल आईजी के निवास के बाहर पहुँचा वहां खुद पर ज्वलनशील प्रदार्थ डाल लिया। जैसे ही अनिल अपने ऊपर आग लगाने लगा तभी आईजी ओर स्टाफ ने देख लिया। फ़ौरन आईजी वहां पहुची ओर युवक को आत्मदाह से रोका। उसके बाद आईजी ने सरकारी गाड़ी में उस युवक को अस्पताल में इलाज के लिये भेजा। ओर इलाज के बाद युवक को घर भेज दिया गया। यही नही आईजी निचिकेता झा ने सिविल लाइन सीओ ओर थाना प्रभारी को बुला कर जांच करने और कार्यवाही करने का आदेश दिया है। ओर पीड़ित की मदद करने की बात कही है।
पीड़ित युवक ने बताया है कि उसके पास मरने के अलावा कोई और विकल्प नही था। आइजी निचिकेता झा ने उसे मरने से ही नही बचाया बल्कि उसको कानून का सहारा लेकर अपनी लड़ाई लड़ने की हिम्मत भी दी है। उसका कहना है कि आईजी निचिकेता झा ने उसका इलाज कराया है और उसकी शिकायत पर सुनवाई का आश्वासन दिया है।