मेरठ। मेरठ – हापुड़ लोकसभा सीट के लिए समाजवादी पार्टी में आपसी कलह के बावजूद अतुल प्रधान ने आख़िरकार नामांकन कर दिया। उनके साथ I.N.D.I.A गठबंधन से कांग्रेस, आप व अन्य दल के पदाधिकारी मौजूद थे। अतुल प्रधान कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट से नहीं आए। वे समर्थकों के साथ कचहरी परिसर में घूमते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां पहले से बैरिकेड लगे थे। पुलिसकर्मियों ने अतुल के समर्थकों को रोकने का प्रयास किया तो नोकझोंक भी हुई। हालांकि अतुल व सीओ ने हंगामा कर रहे समर्थकों को शांत किया और नामांकन करने पहुंचे।
समाजवादी पार्टी से अतुल प्रधान पुत्र ज्ञानेंद्र निवासी ग्राम व पोस्ट गडीना तहसील मवाना मेरठ की सरधना विधानसभा से विधायक हैं। पूर्व में सपा ने मेरठ हापुड़ संसदीय सीट के लिए भानु प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन स्थानीय स्तर से भानु प्रताप सिंह का बाहरी होने के चलते विरोध शुरू हो गया। अखिलेश यादव ने भानु प्रताप के स्थान पर अतुल को प्रत्याशी घोषित कर दिया। बुधवार को अतुल प्रधान समर्थकों के साथ अंबेडकर चौराहे पर पहुंचे।
उन्होंने बाबा साहब की मूर्ति पर माला अर्पण की। इसके बाद अतुल प्रधान कचहरी के गेट से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। अतुल प्रधान ने कहा कि वे मेरठ के लाल हैं। उनका जीवन संघर्ष में ही व्यतीत हुआ है। उन्होंने जनता के मुद्दों को सदन तक पहुंचाने का काम किया हैं। उनकी लड़ाई केंद्र सरकार से हैं। इस बार का चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिए होगा।
समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि भानु प्रताप सिंह दलित थे। जिस वजह से उनका टिकट काटा गया। इस सवाल पर अतुल प्रधान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी झूठ बोलती है। टिकट किसे देना है किसे नहीं, यह पार्टी तय करती हैं। मेरे साथ दलित, मुस्लिम व हिंदू समेत सर्व समाज के लोग जुड़े हैं, जो भाजपा को वोट की चोट देंगे।
जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आदिल चौधरी, आप जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी, मोहम्मद अब्बास, प्रभु दयाल वाल्मीकि, संगीता राहुल, रंजन शर्मा, ज्ञानेंद्र शर्मा, जाहिद अंसारी मौजूद रहे।
समाजवादी पार्टी से अतुल प्रधान पुत्र ज्ञानेंद्र निवासी ग्राम व पोस्ट गडीना तहसील मवाना मेरठ की सरधना विधानसभा से विधायक हैं। पूर्व में सपा ने मेरठ हापुड़ संसदीय सीट के लिए भानु प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन स्थानीय स्तर से भानु प्रताप सिंह का बाहरी होने के चलते विरोध शुरू हो गया। अखिलेश यादव ने भानु प्रताप के स्थान पर अतुल को प्रत्याशी घोषित कर दिया। बुधवार को अतुल प्रधान समर्थकों के साथ अंबेडकर चौराहे पर पहुंचे।
उन्होंने बाबा साहब की मूर्ति पर माला अर्पण की। इसके बाद अतुल प्रधान कचहरी के गेट से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। अतुल प्रधान ने कहा कि वे मेरठ के लाल हैं। उनका जीवन संघर्ष में ही व्यतीत हुआ है। उन्होंने जनता के मुद्दों को सदन तक पहुंचाने का काम किया हैं। उनकी लड़ाई केंद्र सरकार से हैं। इस बार का चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिए होगा।
समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि भानु प्रताप सिंह दलित थे। जिस वजह से उनका टिकट काटा गया। इस सवाल पर अतुल प्रधान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी झूठ बोलती है। टिकट किसे देना है किसे नहीं, यह पार्टी तय करती हैं। मेरे साथ दलित, मुस्लिम व हिंदू समेत सर्व समाज के लोग जुड़े हैं, जो भाजपा को वोट की चोट देंगे।
जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आदिल चौधरी, आप जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी, मोहम्मद अब्बास, प्रभु दयाल वाल्मीकि, संगीता राहुल, रंजन शर्मा, ज्ञानेंद्र शर्मा, जाहिद अंसारी मौजूद रहे।