पश्चिमी यूपी के मेरठ में लोकसभा चुनाव का माहौल देखने लायक है। मेरठ एक ऐतिहासिक जगह है कहा जाता है कि क्रांति की पहली ज्वाला 1857 में मेरठ से उठी थी। वही मेरठ को राजनीति का बड़ा गढ़ भी कहा जाता है।
मेरठ में 2024 लोकसभा का चुनाव बड़ा दिचस्प हो चुका है। जहां एक तरफ भाजपा ने रामायण के कलाकार अरुण गोविल को मेरठ से टिकट देकर जीत का दावा किया है। तो वही दूसरी ओर तीन बार अपने प्रत्याशी बदल चुकी इंडिया गठबंधन ने समाजवादी पार्टी के नेता योगेश वर्मा की पत्नी पूर्व मेयर सुनीता वर्मा पर भरोसा जताया है। तीसरी तरफ अकेली इस चुनाव के रण में खड़ी बहुजन समाज पार्टी ने भी अबकी बार त्यागी समाज के देववृत त्यागी को मेरठ हापुड़ लोकसभा से टिकट देकर उम्मीद जताई है।
भाजपा : भाजपा के प्रत्याशी अरुण गोविल लगातार लोगो के बीच जा रहे है। वही अरुण गोविल की कलाकार वाली छवि लोगो को उनसे मिलने और उनसे बात करने में दिक्कत दे रही है। यही वजह है कि लोग अरुण गोविल को भाजपा का प्रत्याशी तो देख रहे है लेकिन जो उनकी कलाकार वाली छवि श्री राम के रूप में देखी जानी चाहिए थी वो कुछ खास नज़र नही आ रही है। उधर मीडिया से भी बात करते हुए सवालों के सही जवाब देने में कुछ अलग ही उनका मिजाज़ देखने को मेरठ में मिल रहा है।
मेरठ की जनता से अरुण गोविल ने हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर कहा है कि वो मेरठ के ही रहने वाले है और मेरठ में ही पले बढ़े है। उन्होंने कहा कि शुरुआती शिक्षा मेरठ से की है । उसके बाद उन्होंने धारावाहिक में श्री राम का अभियान किया इस धारावाहिक से उनको भगवान श्री राम के रूप में देखा गया और लोगो ने उनको पसंद किया उन्होंने कहा कि मेरठ के लोग मेरे अपने है। मेरठ में उनके मित्र है जिन्होंने हमेशा उनका साथ दिया।
विपक्ष ने अरुण गोविल की इस वीडियो को नोटंकी बताया है। विपक्ष ने कहा है कि ये वीडियो पूरी तरह से स्क्रिप्ट की गई है जिसको लोगो को दिखाया गया है अरुण गोविल अपनी सी ग्रेड की बनी फिल्म के बारे में भी लोगो को क्यो नही बताते है जिसमे उन्होंने अश्लीलता परोसी है। उन्होंने कहा कि अरुण गोविल मेरठ में पले बढ़े जरूर है लेकिन वो ओर उनका परिवार उनका सारा कारोबार बाहर है। वो अपने परिवार के बहुत करीब है ऐसे में उनका यहां रहना सम्भव नही है और अगर लोग उन्हें चुनकर लोकसभा ले जाना चाहते है तो ध्यान रहे कि वो लोकसभा तो पहुच जाएंगे लेकिन मेरठ का विकास कैसे होगा इस पर जनता सवाल उठा रही है। उनका कहना है कि जो व्यक्ति बम्बई में रहता हो Says कैसे उनका सवाल संसद तक पहुचायेगा। लोगों का कहना है कि फ़िल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी मंथरा से टिकट दिया जो लोगो से मिलने में साल दो साल में एक दो बार ही मिलती थी।
सपा, कांग्रेस, आप गठबंधन : समाजवादी पार्टी के पहले प्रत्याशी के रूप में हाईकोर्ट के वकील भानुप्रताप पर अखिलेश यादव ने भरोसा जताया लेकिन मेरठ में समाजवादी पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं गठबंधन के जिम्मेदार पदाधिकारियों ने भानुप्रताप के प्रतयाशी बनाये जाने पर अपना पक्ष रखा और मेरठ से सपा के पूर्व केबिनेट मंत्री रह चुके वरिष्ठ नेता शाहिद मंजूर, विधायक अतुल प्रधान,विद्यायक रफीक अंसारी, जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी आकिल मुर्तज़ा सपा नेता पूर्व बसपा विधायक योगेश वर्मा उनकी पत्नी पूर्व विधायक सुनीता वर्मा से लेकर पार्टी के कई बड़े चहरो ने लखनऊ में डेरा डाल लिया ओर भानुप्रताप का टिकट काट कर अतुल प्रधान ने मेरठ से पर्चा भरा लेकिन अतुल प्रधान के पर्चा भरते ही समाजवादी पार्टी में विरोधाभास शुरू हो चुका था। अतुल प्रधान वर्तमान में सरधना से विधायक है इसलिये उनका पार्टी के ही लोगो ने विरोध किया और तीसरी बार लखनऊ में समाजवादी पार्टी के प्रमुख सुप्रीमो के साथ बैठक हुई जिसमें तीसरी बार नामांकन के आखरी दिन योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा ने बाजी मारी ओर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव हेलीकॉप्टर से पैराशूट एंट्री ली सुनीता वर्मा ने ओर नामांकन भर कर गठबंधन प्रतयाशी घोषित हुई।
सपा कांग्रेस आप गठबंधन प्रत्याशी सुनीता वर्मा मेरठ मेयर रह चुकी है और उनके पति योगेश वर्मा पूर्व में बसपा से विधायक रह चुके है और वर्तमान में समाजवादी पार्टी के नेता है। योगेश वर्मा की छवि दबंग नेताओ में देखी जाती है। लेकिन उसके बाद भी योगेश वर्मा को मुस्लिम समुदाय के कुरेशी ओर अन्य लोगो मे पसंद नही किया जा रहा है। योगेश वर्मा को भले ही चुनाव में समाजवादी पार्टी के दिग्गज साथ दे रहे है लैकिन अंदरूनी कुछ और ही चलने वाला है।
बहुजन समाज पार्टी :- मेरठ में इस बार त्रिकोणीय चुनाव देखा जा रहा है जहाँ भाजपा से नाराज ठाकुर और त्यागी भाजपा को वोट देने से इनकार कर चुके है वही त्यागी समाज ने बहुजन समाज पार्टी से देववृत त्यागी को नामाकंन कराया है। नामांकन के बाद लोग अभी बड़ी लड़ाई भाजपा और समाजवादी पार्टी में देख रहे है तो वही लोगो की राय में टक्कर भजपा ओर बसपा में दिखाई दे रही है। वही बसपा प्रत्याशी समेत सभी प्रत्याशी अपने आप को जीत का दावेदार बता रहे है। देववृत त्यागी घर घर जाकर लोगो से मुलाकात कर रहे है और यही वजह है कि देववृत त्यागी भी अपनी जगह बनाने में मजबूत होते दिखाई दे रहे है। हालांकि मुस्लिम वोटरों का रुझान गठबंधन की ओर देखा जा रहा है तो जहा देववृत त्यागी मुस्लिम इलाको में घूम रहे है देववृत त्यागी को उन क्षेत्रों से सम्मान भी भरपूर मिल रहा है। देववृत त्यागी, त्यागी समाज को एकजुट करने का प्रयास करने में लगे हुए और दलित समाज मे जाकर अपने लिये आशीर्वाद मांग रहे है तो वही ईद की नमाज़ के बाद देववृत त्यागी मेरठ हापुड़ की शहर ईद गाहो पर जाकर मुस्लिम समाज के लोगो से गले मिलते नज़र आ रहे है।
इसबार का चुनाव बड़ा रोमांचक होने जा रहा है लोग एक तरफ भाजपा का विरोध कर रहे है जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है तो दूसरी तरफ भाजपा प्रत्याशी अपनी जीत का दावा ठोक रहे है। यही हाल कुछ बसपा के प्रत्याशी देववृत त्यागी का है जो खुद को त्यागी समाज से जोड़कर खुद को मेरठ ओर हापुड़ लोकसभा से जीत होने के दावे कर रहे है। ओर इन दोनों प्रतयाशीयो के मुकबाले में गठबंधन प्रत्याशी सुनीता वर्मा उनके पति योगेश वर्मा ने अपनी अलग ही भूमिका बनाई हुई है। योगेश वर्मा का कहना है कि जो 400 पार कह कर जीत की बात कर रहे है उनको मेरठ से हार दिलाने का काम करेंगे।
देखने वाली बात ये है कि कोशिश में तीनो प्रत्याशी अपनी जी तोड़ कोशिश कर रहे है लेकिन इस राजनीति रण का कौन विजय होगा ये तो वक्त बतायेगा।
रिपोर्ट :- शहनवाज़ खान मेरठ