चारधाम यात्रा
चारधाम यात्रा पिछले साल 22 अप्रैल से शुरू हुई थी, जिसके पंजीकरण करीब डेढ़ माह पहले शुरू हो गए थे। इसको लेकर श्रद्धालुओं में अलग गई उत्साह देखने को मिल रहा था।
इस बार चारधाम यात्रा में पंजीकरण का आंकड़ा 19 लाख के करीब पहुंच गया। पिछले साल की तुलना करे तो इस साल में महज 16 दिन में इतने पंजीकरण हो गए हैं की सरकार को अब यात्रा में प्रबंधन के लिए अलग से रणनीति बनानी पड़ रही है।
वही पिछले साल चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से शुरू हुई थी, जिसके पंजीकरण करीब डेढ़ माह पहले शुरू हो गए थे। चारधाम यात्रा से एक दिन पहले 21 अप्रैल तक चारधाम यात्रा के लिए 15 लाख 88 हजार 156 पंजीकरण हुए थे। इस बार लोगो मे उत्साह इतना है की इस बार 16 दिन में ही यह आंकड़ा 19 लाख के करीब पहुंच गया है। बता दे कि इस बृहस्पतिवार को चारधाम पंजीकरण 18 लाख 73 हजार 242 पर पहुंच गया है। तीर्थ यात्रियों की इस भीड़ को देखते हुए सरकार ने विशेष प्रबंध अभी से शुरू कर दिए हैं।
इस बारे में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि फिलहाल मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी राज्यों को कहा गया है कि वे शुरुआती 15 दिन तक कोई भी वीवीआईपी चारधाम के लिये यहां न भेजें। चारधाम में संख्या निर्धारित करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई निर्णय नहीं हुआ है। फिलहाल चारों धाम में यात्रा प्रबंधन के लिए इस बार भी टोकन सिस्टम चलेगा।