मेरठ के स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में भारतीय विश्वविद्यालय संघ की ओर से 16वीं अंतर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सांस्कृतिक बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया।
सुभारती फाइन आर्ट कॉलेज स्थिति सत्यजीत रे प्रेक्षागृह में आयोजित स्वागत सत्र में भारतीय विश्वविद्यालय संघ के पदाधिकारियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष प्रो जी.डी. शर्मा, उपाध्यक्ष प्रो. विनय पाठक ने ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर अपनी शुभकामनाएं दी।
भारतीय विश्वविद्यालय संघ की सचिव डॉ. पंकज मित्तल, संयुक्त सचिव डॉ.बलजीत सिंह सेखो, स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल, सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष डॉ.भावना ग्रोवर, फाइन आर्ट कॉलेज के प्राचार्य डॉ.पिंटू मिश्रा ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना के साथ कत्थक समूह नृत्य की प्रस्तुति दी।
कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने युवा मामले के विशेषज्ञ एस पारी परमेश्वर, सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष अनूप लथेर, गुवाहाटी विश्वविद्यालय से डीएसडब्लू डॉ. रंजन कुमार काकाती, मुम्बई विश्वविद्यालय से डीएसडब्लू डॉ. मनाली लोन्डे, प्रो अरुण के पाटिल को अंगवस्त्र पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान जेसी बोस यूनिवर्सिटी से प्रो. मुनिश वशिष्ठ, प्रो.प्रदीप कुमार, डॉ. अनुराग पी सूंदा, एमिटी यूनिवर्सिटी से डॉ.एचपी सिंह, डॉ.लक्ष्मी आहूजा एवं एलपी यूनिवर्सिटी से अभिनव का स्वागत किया गया।
स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने कहा कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ की ओर से 16वीं अंतर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सांस्कृतिक बोर्ड बैठक का सुभारती विश्वविद्यालय को आयोजक बनाना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय शिक्षा,सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के मंत्र से अपने विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ की ओर से जनवरी में आयोजित हुए सेन्ट्रल ज़ोन के 37 वें अन्तर्विश्वविद्यालय युवा महोत्सव 2023-24 में सुभारती विश्वविद्यालय ने आयोजक के रूप में भारतीय संस्कृति के विभिन्न रंगों को मंच प्रदान कर देश के गौरवपूर्ण इतिहास की झलक बिखेरने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है और रचनात्मकता के साथ विचारों को आदान प्रदान करने का अवसर मिलता है।
भारतीय विश्वविद्यालय संघ की सचिव डॉ. पंकज मित्तल ने कहा कि 16 वीं अंतर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सांस्कृतिक बोर्ड बैठक का आयोजन का उद्देश्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जुड़े विश्वविद्यालयों एवं उनके विद्यार्थियों का हर स्तर पर उत्थान के बारे में रणनीति बनाना है। उन्होंने कहा कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ का नेटवर्क विश्वभर में फैला हुआ है, जिसमें सांस्कृतिक व खेल कार्यक्रमों द्वारा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य किये जा रहे है। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु बधाई देते हुए कहा कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ के साथ सुभारती विश्वविद्यालय ने सराहनीय कार्य किया है। मीटिंग के उपरांत डॉ पंकज मित्तल द्वारा सुभारती विश्वविद्यालय के शहीद स्मारक पर पौधा भी रोपित किया गया।
संयुक्त सचिव डॉ.बलजीत सिंह सेखो ने 16वीं अंतर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सांस्कृतिक बोर्ड बैठक के आयोजन पर सुभारती विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र एवं विश्वविद्यालय हित में प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। इसी दिशा में भारत को विश्वगुरू बनाने हेतु देश के प्रत्येक विश्वविद्यालय को सशक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है।
सुभारती विश्वविद्यालय की परफॉर्मिंग आर्ट्स विभागाध्यक्षा एवं सांस्कृतिक समिति की अध्यक्षा डॉ.भावना ग्रोवर ने बताया कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ की ओर से 16वीं अंतर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सांस्कृतिक बोर्ड बैठक में सत्र 2024-25 हेतु देशभर के विश्वविद्यालयों में होने वाले कार्यक्रमों की नीति बनाकर उनपर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि भविष्य में भिन्न भिन्न प्रकार की नई सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं देशभर में आयोजित की जाएगी। साथ ही आदिवासी संस्कृति को भी यूथ फेस्टिवल में जोड़ा जाएगा एवं अन्य प्रतियोगिताए जैसे फैशन डिजाइन, मास्टर शेफ को भी प्रतियोगिताओं में जोड़ा जाएगा। मंच का संचालन डॉ. निशा सिंह ने किया।
इस अवसर पर प्रतिकुलपति डॉ.अभय शंकरगौड़ा, कुलसचिव ग्रुप कैप्टन एम याकूब, डॉ. पिंटू मिश्रा, अमित कुमार वर्मा, समीर सिंह सहित विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।