मेरठ में खाकी के खेल का नया कारनामा सामने आया है। जब जिला बदर के आरोपी को पैसे लेकर पुलिसवालों ने छोड़ दिया। मामले की वीडियो सामने आने के बाद पूरा राज खुला। वीडियो की जांच में पुलिस का सच भी सामने आ गया। अब पूरे मामले में एसएसपी ने दरोगा और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। सकौती पुलिस चौकी से पिछले दिनों जिलाबदर के आरोपी राजा को पुलिसवालों ने पहले पकड़ा फिर पैसे लेकर छोड़ दिया था। इस मामले में दरोगा सुनील और सिपाही अवनीश को सस्पेंड किया गया है।
जीतपुर गांव निवासी राजा को अप्रैल में जिला बदर किया गया था। लेकिन राजा सकौती के एक होटल में छिपा था। 21 मई की रात मुखबिर की सूचना पर सकौती चौकी प्रभारी सुनील, कांस्टेबल ने पकड़ लिया था। पकड़कर उसे चौकी में लाया गया फिर छोड़ दिया। आरोप है कि पुलिस ने जिलाबदर को पकड़कर उससे पैसों का लेनदेन किया। लगभग 40 हजार रुपए में डील हुई। राजा के घरवाले रकम लेकर चौकी पर आए। राजा के परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने पैसे लेकर राजा को छोड़ दिया।
आरोपी को पकड़ने, छोड़ने की पूरी घटना होटल के सीसीटीवी में कैद हो गई। होटल का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस अफसरों के पास मामला पहुंचा। सीओ दौराला शुचिता सिंह को पूरे मामले की जांच दी गई। सीओ की जांच में मामला सही मिला। जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने दरोगा सुनील, कांस्टेबल अवनीश को सस्पेंड कर दिया है। सीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट में सभी आरोपों को सही बताया है और दोनों की विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। आरोपों की पुष्टि होने के बाद दरोगा और कांस्टेबल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज होगा।