मेरठ। गढ़ रोड़ हापुड़ अडडा स्थित युग अस्पताल में नवजात के इलाज में लापरवाही का वीडियो सामने आया है। वीडियो युग अस्पताल का है। वायरल वीडियो में परिजनों के हाथ में मृत नवजात है। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर नवजात को मारने का आरोप लगाया है। आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण नवजात की जलकर मौत हो गई। अब डॉक्टर इससे पीछा छुटा रहे हैं। वही इस मामले में सीएमओ ने जांच बैठा दी है। एसीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति अपनी रिपोर्ट सात दिन में देगी।
दरअसल उक्त वीडिया चार जून का बताया जा रहा है। भावनपुर के एक दंपत्ति ने बेहद कमजाेर होने वाली नवजात को चिकित्सकों की सलाह पर युग हाॅस्पिटल में भर्ती कराया था। रात भर नवजात इनक्यूबेटर में रहा। सुबह चार बजे परिजनो काे फोन आया कि बच्चे को सांस नहीं आ रही है। इस परिजन नर्सिग होम पहुंच गये। अस्पताल के स्टॉफ ने नवजात को कपड़ों में लिटाकर परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने कपड़ा हटाया को चेहरा व अस्सी प्रतिशत कमर जल चुकी थी यह देखकर उनके होश उड़ गये। इस पर परिजन नवजात को लेकर नर्सिग होम पहुंचे। वहां पहुंच कर उन्होंने हंगामा करदिया। वीडियों में परिजनों के प्रश्न के उत्तर अस्पताल के चिकित्सक नहीं दे पा रहे है। उक्त कारनामे को लेकर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, डीएम और कमिश्नर मेरठ से शिकायत की गई ।
वहीं वीडियो वायरल होने पर सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने पूरे मामले पर जांच बैठा दी है। सीएमओ का कहना है कि नवजात की युग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। नवजात के कमर पर जलने का निशान है। यह बच्चा 5 जून को अस्पताल में भर्ती हुआ था। अस्पताल के डॉक्टरों से पूछताछ की गई तो उन्होंने नवजात को सेप्टीसीमिया बताया। परिजनों ने इलाज में लापरवाही से मौत बताई है। मामले में दो सदस्यीय जांच समिति गठित कर जल्द रिपोर्ट मांगी गई है। कमेटी में एसीएम -2 के अतिरिक्त दो बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों को रखा गया है। जो अपनी रिपोर्ट सात दिन में सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।