बुद्ध मेले में सिख संगत के माध्यम से दिया गुरुओं का सन्देश
स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में सुभारती समूह की संस्थापिका संघमाता डॉ.मुक्ति भटनागर की स्मृति में उनके परिनिर्वाण दिवस पर चल रहे बुद्ध मेले में सिख धर्म गुरु ज्ञानी प्रीतम सिंह, इंद्रजीत सिंह, ज्ञानी सरदार सिंह द्वारा सिख संगत की गई। उन्होंने पवित्र गुरबानी प्रस्तुत करके सभी को अध्यात्म की धारा से मंत्रमुग्ध कर दिया।
सुभारती समूह के संस्थापक डॉ अतुल कृष्ण ने सिख धर्म गुरु ज्ञानी प्रीतम सिंह, इंद्रजीत सिंह, ज्ञानी सरदार सिंह का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म प्रेम, करुणा, मैत्री का सन्देश देता है, इन्हीं आदर्शों को आत्मसात करते हुए संघमाता डॉ मुक्ति भटनागर की स्मृति में सामाजिक एकता व मनोरंजन हेतु बुद्ध मेले का आयोजन किया जा रहा है।
सिख धर्म गुरु ज्ञानी प्रीतम सिंह ने कहा कि गुरुओं के संदेश से आध्यात्मिक विकास होता है। उन्होंने कहा कि जीवन के सभी कार्यो में मानव सेवा सर्वश्रेष्ठ है और जिस प्रकार सुभारती समूह मानव सेवा हेतु तत्परता से कार्य कर रहा है, यह पूरे देश के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि जीवन में अध्यात्म अति आवश्यक है ताकि हर परिस्थितियों में संयम के साथ सत्य मार्ग पर चला जा सके।
मेला उपाध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार ने बताया कि 14 जून तक चलने वाले सुभारती बुद्ध मेले में प्रतिदिन धार्मिक, आध्यात्मिक व ज्ञानवर्धक विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किये जा रहे है। जिसमें गुरबानी, जैन मत परिचय, णमोकार वंदना, बुद्ध संगीत व प्रतियोगिता, सनातन धर्म पर चर्चा, वाल्मीकि रामायण एवं रामचरितमानस पाठ किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि शाम होते की बच्चें बुढ़े सहित हर उम्र के लोग उत्साह के साथ मेले में आकर ख़ूब मनोरंजन कर रहे है।
कार्यक्रम में मेला समिति के अध्यक्ष डॉ मनोज त्रिपाठी, प्रो पिंटू मिश्रा, डॉ आरपी सिंह, राजकुमार सागर, सरदार जसविंदर सिंह आदि उपस्थित रहे।