प्रदेश की पहली वर्टिकल विंड मिल मेरठ के टैगोर पार्क में स्थापित हुई
मेरठ । अभी तक लेह-लद्दाख, रुड़की-देहरादून और मुंबई एयरपोर्ट सहित देश के चुनिंदा स्थानों पर स्थापित वर्टिकल विंड मिल प्रदेश में पहली बार मेरठ के शास्त्रीनगर स्थित टैगोर पार्क में लग गई है।
टैगोर पार्क प्रदेश का पहला ऐसा पार्क होगा जो हवा से चमकेगा। यह विंड मिल परंपरागत पवनचक्की से बिल्कुल अलग है और हवा की न्यूनतम गति पर भी घूमकर बिजली बनाती है। यह. विडमिल पक्षियों को नुकसान नहीं पहुंचाएगी और वे पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। विंडमिल दिन में सूरज और हवा दोनों से बिजली बनाएगी जबकि रात में हवा से। शुक्रवार को इस विंडमिल से टैगौर पार्क रोशन होना शुरू हो गया।
देश में अधिकांश वर्टिकल विंडमिल भारतीय सेना ने लेह-लद्दाख में स्थापित की हैं। क्लब-60 के संयोजक हरि विश्नोई के अनुसार जिस कंपनी से उन्होंने यह विंडमिल खरीदी है वह देश में केवल भारतीय सेना को यह सप्लाई करती है। लेह-लद्दाख में सेना ने यह विंडमिल लगाई हैं। मुंबई एयरपोर्ट रुड़की और देहरादून में भी ये विंडमिल लगी हैं और सभी जगह सफल हैं। क्लब को यह विंडमिल सैंपल के रूप में मिली हैं जो बाजार मूल्य से लगभग आधी कीमत में है। यह विंडमिल शोर नहीं करती। इस विंडमिल ने टैगोर पार्क को रोशन करना शुरू कर दिया। विंडमिल में लगे सेंसर सामान्य बिजली कट होते ही स्वतः चालू हो जाते हैं और आने पर बंद। यह विहमिल 30 वॉट की है जो पूना की कंपनी ने तैयार की है। घरेलू उपयोग के लिए यह कंपनी 30 वॉट से पांच किलोवॉट क्षमता की विडमिल तैयार करती है।