मेरठ। भारतीय नर्सों को ग्लोबल करियर के अवसरों से सशक्त बनाने के लिए कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने जर्मन लैंग्वेज ट्रेनिंग के बी1 लेवल को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए 32 हेल्थ केयर प्रोफेशनल को सम्मानित किया। प्रशिक्षण का उद्देश्य नर्सों को जर्मनी में सफल करियर और आजीविका के लिए आवश्यक भाषा कौशल से सुसज्जित करना है।
इन 32 उम्मीदवारों में जनपद के युवा भी शामिल है, जिन्होंने टीईएलसी के माध्यम से इ1 जर्मन भाषा प्रशिक्षण उत्तीर्ण की है। उन्हें प्रमुख अस्पतालों और एम्प्लॉयर्स के साथ रखा जाएगा, जहाँ उन्हें प्रतिमाह 2300 से 2700 यूरो (2 लाख रुपए से अधिक) मिलेंगे, जिसमें इ2 प्रशिक्षण भी शामिल है। जर्मनी में इ2 पूरा करने के बाद उनका वेतन लगभग 3 से 4 लाख रुपए तक बढ़ जाएगा। इस अवसर पर कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने कहा, “भारत के पास बहुत बड़ा जनसांख्यिकीय लाभांश है, जो हमारे देश और ग्रामीण क्षेत्रों को 2047 तक एक विकसित अर्थव्यवस्था में बदलने की दिशा में एक स्पष्ट रास्ता है। इसके साथ ही आज दुनिया में कौशल की कमी भी बढ़ रही है। सिकुड़ती ग्लोबल इकोनॉमी में भी 2030 तक दुनिया में लगभग 8.5 करोड़ अवसर होंगे।