मेरठ। बीती रात को परतापुर क्षेत्र में एसओजी ने इंजीनियर की पत्नी की हत्या के आरोपियों के साथ मुठभेड़ हो गयी। एसओजी ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। दोनों बदमाशों को घायलावस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
परतापुर थाना क्षेत्र के काशी गांव की तरफ पुलिस गश्त कर रही थी। तभी दो बाइक सवार पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने उन्हें रोका तो वो रुके नहीं। इसके बाद पुलिस ने पीछा किया और आत्मरक्षार्थ फायर किया। गोली एक बाइक सवार के लग गई। तभी पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया।पिछले 3 दिनों में मेरठ पुलिस की ताबड़तोड़ यह 6वीं मुठभेड़ है। जिस स्पीड से शहर में वारदात हुई है, पिछले तीन दिनों में पुलिस लगातार मुठभेड़ में आरोपियों को पकड़ रही है।
पूछताछ में दोनों ने अपना नाम अयान और समर बताया। दोनों ने 16 जून को कोतवाली थाना क्षेत्र के स्वामीपाड़ा में जलनिगम के रिटायर इंजीनियर के घर में घुसकर बेटी अंजू की गला रेतकर हत्या की थी। दोनों ही मेरठ के रहने वाले हैं। मुठभेड़ के दौरान समर के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने उसे अस्पताल में इलाज के लिए भेजा है। दोनों आरोपी भागने की फिराक थे।
लेकिन मुठभेड़ में पकड़े गए। इनके पास घर से लूट का माल, सोने, चांदी की ज्वैलरी, तमंचा और एक बिना नंबर की बाइक भी बरामद हुई है। आरोपी समर पुत्र लियाकत काशी गांव मेरठ और अयान पुत्र इमरान इंचौली मेरठ का रहने वाला है। इनके खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
10 दिन पहले स्वामीपाड़ा में रिटायर इंजीनियर की बेटी अंजू की घर में घुसकर धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई थी। बदमाशों ने इंजीनियर की पत्नी सविता को भी मारापीटा था। इसमें वो गँभीर घायल हुईं और अस्पताल में भर्ती थी। हत्या के बाद बदमाश घर से कैश, जेवर लूटकर भाग गए थे। जब छोटी बेटी घर पहुंची और घर में बहन की लाश देखी तो पुलिस, पड़ोसियों को बुलाया।पिछले 10 दिनों से पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। घायल मां को जब होश आया तो उन्होंने घटना से जुड़ी कुछ बातें पुलिस को बताई। इसके बाद सीसीटीवी के आधार पर पुलिस बदमाशों को तलाश रही थी।
पुताई करने वालों पर था शक
पुलिस का पहला शक घर में कुछ दिन पहले काम करने आई लेबर पर था। बुढ़ाना गेट चौकी से मात्र 50 कदम की दूरी पर शिव स्वरूप का मकान है। वह जल निगम में इंजीनियर थे। करीब 20 साल पहले उनकी मौत हो गई थी। घर में शिव स्वरूप की पत्नी सविता (65), बेटी अंजू (45) और छोटी बेटी डॉली (35) साथ रहती हैं। दोनों बेटियों की शादी नहीं हुई थी।कुछ दिनों से घर में पुताई का काम चल रहा है। तीन लोग पुताई का कार्य कर रहे थे, लेकिन आज (रविवार) तीनों छुट्टी पर थे। छोटी बेटी डॉली किसी काम से घर से बाहर चली गई। शाम करीब 5 बजे जब डॉली घर पहुंची, तो डॉली की मां सविता और बहन अंजू खून से लथपथ पड़ी थी।
अंजू को आश्रित कोटे में मिली थी नौकरी
शिव स्वरूप की बड़ी बेटी अंजू को पिता की मौत के बाद जल निगम में नौकरी मिल गई थी। शिव स्वरूप के कोई बेटा नहीं होने के कारण दोनों बेटियां अपनी मां के साथ घर में रहती थीं।