वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं
हार्दिक के आखों में आंसू है, वह रो रहे हैं। विराट-रोहित की आंखे नम हैं। आज 17 सालों का सूखा ख़त्म हुआ है। हर खिलाड़ी के इमोसंस साफ़ दिख रहे हैं। लेकिन कहानी 11 के 11 खिलाड़ियों ने लिखी है। रन नहीं बन रहे थे, तो कोहली ने क्लास दिखाया। विकेट की ज़रूरत थी तो बुमराह-अर्शदीप कप्तान को कहा, गेंद मुझे दीजिए। आख़िरी ओवर में हार्दिक ने कहा – मुझे बू नहीं करना था…. खैर कोई बात नहीं….