मेरठ में 3 साल की बच्ची की अपहरण के बाद हत्या में नया मामला ओर उसका खुलासा हुआ है। गाँव के पास शमशान में खून से लथपथ मिली बच्ची के साथ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने गहरे जख्म को धारदार हथियार के नहीं बताए हैं। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का मानना है कि शरीर को नोंचा गया है। ऐसे में तंत्र-मंत्र में किसी जानवर को खिलाकर बच्ची की हत्या कराने की बात सामने आ रही है।
मृतक बच्ची के कान के नीचे, पैर की एड़ी-हाथ, सीने और प्राइवेट पार्ट पर गहरे जख्म थे। बच्ची के सिर की खाल भी गायब थी, वही बच्ची की जांघ भी नोंची गई थी। बच्ची के प्राइवेट पार्ट भी खून से लथपथ था। मृतक बच्ची के कपड़े के चीथड़े हुए थे। बता दे कि भावनपुर थाने के दतावली में मामा की बारात में आई बच्ची भाविका सोमवार रात करीब 12 बजे गायब हुई। घर से करीब कुछ ही मीटर की दूरी पर जंगल शुरू हो जाता है। तीन घंटे बाद करीब डेढ़ किलोमीटर दूर जंगल में चढ़ाई वाले रास्ते के पास बच्ची की डेड बॉडी मिली।
बच्ची के शरीर पर कपड़े नहीं थे, पिता ने जैसे ही बच्ची को देखा… बेसुध हो गया। बच्ची की लाज बचाने के लिए उसने अपनी शर्ट को उतारी और उसे लपेट लिया। 3 साल की मासूम बच्ची की इतनी निर्मम हत्या और पिता के लिपटा कर रोने का यह दृश्य देखकर वहां मौजूद गांव वाले भी रो पड़े। बच्ची की ऐसी दुर्दशा ने सबकी आंखे भर आयी हर कोई इस दर्दनाक हत्या के आरोपी को सज़ा दिलाने की मांग कर रहा है।
पुलिस बच्ची के गायब होने से लेकर शव मिलने की जगह तक का दोबारा मुआयना कर रही है। एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने घावों को जानवर के हमले जैसे निशान बताए हैं। धारदार हथियार से वार के निशान नहीं हैं। बच्ची के सिर की खाल जिस तरह गायब थी, वह भी नोंचे जाने के हैं।
गाजियाबाद के साहनी चुंगी के रहने वाले अनिल अपने परिवार के साथ साले चमन की शादी में मेरठ के लोहियानगर के फतेउल्लापुर में आए थे। साले चमन की बारात सोमवार को भावनपुर थाने के दतावली में शिवकुमार के घर पहुंची थी। बारात में अनिल के साथ उसकी 3 साल की बेटी भाविका भी आई थी।
मृतक बच्ची के घरवालों ने तीन लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। तहरीर में शिवप्रकाश, अरुण और आसिफ का नाम है। शिवप्रकाश जिस मामा की शादी में बच्ची आई थी उसका सगा साढू है। है। यानी शिवप्रकाश दुल्हन का सगा जीजा है। आसिफ और अरुण दोनों शिवप्रकाश के दोस्त हैं। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया है। घरवालों ने गढ़ रोड जाम कर दिया। पोस्टमॉर्टम हाउस और थाने पर हंगामा किया। आरोपियों को जल्द दिलाने की आवाज उठाई।