मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह से एक दिन पहले बवाल हो गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की गई, छात्र चैनल पर चढ़ गए पुलिस ने अराजक छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया।
दीक्षांत समारोह से पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में जबरन घुसने का प्रयास कर रहे थे। जब उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो छात्रों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिस पर पुलिस और सुरक्षा बलों ने मौके पर हंगामा कर रहे छात्रों पर लाठियां चला दी।
सोमवार को भ्रष्टाचार को लेकर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने 36वें दीक्षांत समारोह से एक दिन पहले कैंपस में हल्ला बोल दिया। इस दौरान हंगामा खड़ा हो गया।
एबीवीपी के छात्र सर छोटूराम के एक शिक्षक की टिप्पणी के विरोध में उतर आए और वीसी ऑफिस में घुसने का प्रयास करने लगे। रोकने पर छात्रों ने यूनिवर्सिटी परिसर में जमकर तोड़फोड़ कर दी। गमलों को तोड़ डाला, छात्र चैनल पर चढ़ गए। छात्र भ्रष्टाचार सहित 20 मांगों पर अड़े हुए थे। बात नहीं बनने पर यूनिवर्सिटी में भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया।
हंगामा बढ़ता देख आरआरएफ ने छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया। फोर्स के लाठी चार्ज में तीन छात्र घायल हुए हैं। बवाल और हंगामे को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन को बैक फुट पर आना पड़ा और देर रात छात्रों की ज्यादातर मांगें विवि ने मान लीं।
सीसीएस यूनिवर्सिटी में 36वें दीक्षांत समारोह से एक दिन पहले एबीवीपी ने कैंपस में हल्ला बोल दिया। इस दोरान मेरठ, मुरादाबाद सहित करीब 14 जिलों के कार्यकर्ता सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचे। उसके बाद छात्र पैदल मार्च करते हुए कुलपति कार्यालय पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया था। एबीवीपी के छात्रों ने कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।