मेरठ। मंगलवार को चौधरी चरण विवि के सुभाष चन्द्र प्रेक्षागृह में प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने विवि के 36 वें दीक्षांत समारोह में 220 छात्र-छात्राओं को पदक प्रदान किए। इस दौरान विवि द्वारा गोद लिए गए सरकारी स्कूलों के बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। जो विवि द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में विजेता बने । इस दौरान कुलाधिपति ने बागपत की आंगनबाड़ियों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम का आगाज शोभा यात्रा से आरंभ हुआ । इसके पश्चात पदकधारियों का पदकों को वितरण कुलाधिपति ने किया ।
दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में कुलाधिपति ने कहा सरकारी नौकरी के चक्कर में मत पड़िए। आप सभी कुशल हैं, जिसे सरकार कौशल विकास के जरिए दिशा दे रही है इसका लाभ उठाएं। हाल ही में पुलिस परीक्षा के लिए 45 लाख लोगों ने फॉर्म भरे जबकि 60200 लोगों को ही नियुक्ति मिलनी है। स्पष्ट कहा कि सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए नियम हैं ऐसे में सरकारी योजनाओं का लाभ लेना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि विकसित भारत के लिए एक साथ होकर एकजुट होकर और आपसी सहयोग से हमें काम करना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन से नेतृत्व नहीं मिलेगा, नेतृत्व जमीन स्तर पर काम करने से मिलेगा। उनका यह बयान सोमवार को विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के घंटो चले हमले के संदर्भ में देखा जा रहा है।उन्होंने कहा कि 90 फीसदी वालों को सरकारी नौकरी मिल जाएगी लेकिन 60 फीसदी वालों को कौशल विकास करना होगा। मौजूदा समय लाइन में खड़े होने का नहीं है, रोजगार के लिए प्रयास करते हुए कौशल विकास करते रहें। युवाओं को स्टार्टअप तथा स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से विद्यार्थियों के लिए की जा रही व्यवस्था और योजनाओं की जानकारी दी।
कुलाधिपति ने कहा कि जाति-बिरादरी के चक्कर में पड़कर देश पर चढ़ रहा है। हम सभी ईश्वर के दरबार में समान हैं। कोई ऊंचा है न कोई नीचा है, कोई किस बिरादरी का है इन बातों को लेकर हमें नहीं भटकना है। शिक्षा से ही उन्नति कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राएं अपनी डिग्री लेने आया करते थे जिनमें लोग उनसे रुपये भी मांगते थे लेकिन अब यह डिग्रियां डिजिलॉकर में सेव कर दी गई हैं और विद्यार्थी घर बैठे इनका प्रिंट आउट निकाल सकते हैं। उन्होंने कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला को जल्द ही अंक तालिका भी अपलोड करने को कहा। राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में 220 छात्र-छात्राओं को पदक दिए गए। इनमें से एक मेधावी को चार, आठ को तीन-तीन, 41 को दो-दो और 110 को एक-एक स्वर्ण पदक मिला।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा पदकधारियों की महती जिम्मेदारी है कि वे अनपढ़ माताओं को प्राथमिक शिक्षा मुहैय्या कराएं तभी उनके पदक की महत्ता बढ़ेगी। किसी भी देश की निर्माण की आधारशिला शिक्षा होती है। शिक्षकों को इसका महत्व समझना चाहिये।राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि विवि का 36वां दीक्षांत समारोह है। इसमें छात्राओं की संख्या बढ़ती जा रही है। मैने देखा कि 516 पदकधारियों में 82 प्रतिशत छात्राओं का स्थान है। विवि को गर्ल्स यूनिवर्सिटी बना देना चाहिये। छात्रों के लिये अलग से बना देना चाहिये। मैंने कुलपति से कहा लेकिन उसके हाथ में नहीं है।
पदक जीतने वालों और उनके अभिभावकों को बधाई। कई माताएं भी आई। एक मां से पूछा तो वो बोली मैं नहीं पढ़ी हूं लेकिन बेटी पदक जीत रही है। बेटी पढ़ रही हैं और मां अनपढ़ हैं। इसमें मां को पढ़ाना चाहिये। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।माताओं को कक्षा पांच तक पढ़ाना चाहिये तभी आपका अवाॅर्ड सही माना जाएगा। आप सब जानते हैं कि पढ़ाई का माहौल बनाना पड़ता है। अनपढ़ माताओं को ढूंढ कर उनका सम्मेलन करना चाहिये। इसकी शुरुआत मेरठ से होनी चाहिये।
हमें अपने समाज के ताने बानों व उनकी मांगों को समझना चाहिए – डा नल्लाथम्बी
मुख्य अतिथि के रूप में बाेलते हुए सीएसआईआर एवं डीएसआईआर की महानिदेशक व सचिव डाॅ. नल्लाथम्बी कलैसेल्वी ने अपना संबोधन वल्लकम से आरंभ किया। उनका भाषण अग्रेजी में रहा । सबसे पहले उन्होंने विवि की की कुलपति प्रो संगीता शुक्ला का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा वह उन मेधावियों को बधाई देना चाहती हू जो अध्ययन करने के उपरांत उपाधियां अर्जित कर रहे है। यह सुनहरा पल उनके जीवन के लिए अंकित रहेगा। उन्होंने कहा सामान्यत: व्यविहृत है कि हम पश्चिम से प्रभावित है और विकास का विचार बहुत कुछ पश्चिमी है। यह कुछ गलत भी नहीं है। लेकिन हमें अपने समाज के ताने-बाने और उनकी मांगों को समझना चाहिए। उन्होंने कहा चिंता विषय है कि हमारी शिक्षा प्रणाली हमारें युवाओं को जीवन में सफलता यथार्थ गुरू मंत्र -कठोर व सतत परिश्रम से परिचित नहीं कराती । प्रत्येक युवा जो आराम से रहता है वह जीवन में ठहर जाता है। जीवन की यह परीक्षा हमारे युवाओं को ज्ञान की परीक्षा में फेल नहीं करती है लेकिन समग्र स्वरूप में प्रयासों की आवश्यकता है। शिक्षा का दिन प्रतिदिन के जीवन में परिलक्षित करना चाहिए। छात्रों से कहा कि अपने स्वंय के सपनों को विफल न करें। अपनी क्षमताओं पर संदेह न करें,कठिनाइयों से खतरा महसूस न करें। विश्वास न खाेए, कभी भी हार न माने । आप समय के साथ चमक सकते है। तन से जो कुछ मिलता है वह मंत्र के द्वारा मन में आता है।
दीक्षांत समारोह में बागपत के सांसद राजकुमार सांगवान, राज्यसभा सांसद डा लक्ष्मीकांत वाजपेयी, पूर्व सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, पूर्व कुलपति प्रो एन के तनेजा, आदि मौजूद रहे।
एबीवीपी के छात्रों ने एसपी सिटी को सौंपा ज्ञापन
सोमवार को एबीवीपी के छात्रों के द्वारा किए गये प्रदर्शन के कारण मंगलवार की सुबह से विवि छावनी में पूरी तरह तब्दील कर दिया गया। आईजी ,एसएसपी , एसपी सिटी व खुफिया विभाग लगातार छात्रों पर नजर बनाए रहा। वही विवि के सुभाष चन्द्र प्रेक्षागृह के बाहर प्रवेश द्वारा पर एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह काे एबीवीपी के पदाधिकारियो ंने ज्ञापन सौंपा ।