मेरठ के सिविल लाइन क्षेत्र के कमिशनरी कार्यालय के बाहर बीकॉम पास ई-रिक्शा चालक ने कमिश्नरी चौराहे पर आत्मदाह करने का प्रयास किया। ई-रिक्शा चालक परिवार के साथ कमिश्नरी चौराहे पर पहुंचा। ओर कमिशनरी कार्यालय के सामने बैठ गया।ओर वहां सबके सामने पेट्रोल से भरी बोतल से खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया। जैसे ही युवक आत्मदाह करने वाले था। वहां खड़े मीडिया कर्मियों ने उसे देखा और आत्मदाह करने से रोक लिया। वहीं, पुलिसकर्मी मूक दर्शक बनकर खड़े रहे। किसी तरह युवक की जान बचाई जा सकी
मेरठ में एक युवक अपनी पत्नी एक बच्चे और अपने छोटे भाई को लेकर कमिशनरी चोहराहे पर पहुँचा। युवक ओर उसका परिवार पहले तो चलते वाहनों के सामने लेट गया जब उसको ओर कुछ नही सूजा तो उसने कमिशनरी कार्यालय के सामने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया और आग लगाने का प्रयास करने लगा। इसी दौरान वहां मौजूद कुछ पत्रकारों ने किसी तरह उस युवक को रोकने का प्रयास किया उसको बार बार मना करने लगे कमिशनरी कार्यालय के बाहर खड़ी पुलिस पहले तो मुखदर्शक बनी रही जब पत्रकारों को चिल्लाते हुए देखा तो कार्यालय से बाहर आकर युवक के हाथ से पेट्रोल की बोतल छीनी गई।
इस दौरान पुलिस कर्मियों ने किसी तरह युवक को आत्मदाह करने से रोका। रोते हुए युवक ने कहा कि इतनी महंगी पढ़ाई के बाद भी वो बेरोजगार है। युवक ने बताया कि वो बीकॉम कर चुका है उसकी पत्नी भी ग्रेजुएट है लेकिन जब उसकी नौकरी नहीं लगी तो परिवार चलाने के लिए उसने कर्ज लेकर ई-रिक्शा खरीदा। लेकिन, वो ई-रिक्शा कचहरी के पास से चोरी हो गया। युवक ने कहा कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की है।
वो थाने के चक्कर लगाते हुए थक चुका है। अब उसके पास आय का आखिरी साधन भी नहीं बचा। अब उसके पास परिवार सहित आत्मदाह करने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बचा है। इसलिए मजबूरी में उसे ये कदम उठाना पड़ रहा है। पीड़ित युवक ने चिल्लाते हुए कहा कि या तो ई-रिक्शा बरामद कराओ या फिर रोजगार दो। युवक ने बताया उसने 40 हजार रुपए कर्जा लेकर ई-रिक्शा खरीदा था। जो चोरी हो जाने के बाद जब पुलिस से उस युवक ने गुहार लगाई तो पुलिस ने भी उसके साथ कोई सहयोग नही किया उसका कहना है कि पुलिस से उसने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की बात कही तो पुलिस ने खुद को बिज़ी बताते हुए उसको दिलासा देकर वहां से रवाना कर दिया।
युवक ने परेशान होकर आत्मदाह का प्रयास किया लेकिन उसको पत्रकारों और पुलिस द्वारा बचा लिया गया काफी देर बाद थाना सिविल लाइन पुलिस ने आकर परिवार को समझाया बुझाया जिसके बाद आश्वासन देकर पुलिस परिवार को सिविल लाइन थाना ले गई और कार्यवाही का आश्वासन दिया। लेकिन एक बड़ी लापरवाही के चलते आज एक परिवार की जान जा सकती थी।