मेरठ में जानलेवा हमले का आरोपी फरियाद कोर्ट से भाग गया। आरोपी ने भरी कोर्ट के बीच पुलिस को ऐसा चकमा दिया कि पुलिसकर्मी उसे रोक नहीं पाए। आरोपी भागने में कामयाब हो गया। बुधवार को किठौर पुलिस 2021 के मामले में आरोपी फरियाद को कोर्ट में पेश करने लाई थी। आरोपी फरियाद को एडीजे फोर की कोर्ट में पेश किया गया। जहां वो कटघरे में खड़ा था। तभी आरोपी ने सबके सामने पुलिस को चकमा दिया और फरार हो गया।
आरोपी फरियाद पिछले 3 साल से फरार चल रहा था। पुलिस ने उसे हाल ही पकड़ा था। आज फिर वो भागने में सफल हो गया। प्रमुख बात कि कोर्ट से आरोपी के भागने की खबर सीनियर पुलिस अफसरों को भी नहीं दी गई। आरोपी को लेकर आए पुलिसकर्मी उसे ढूंढ़ने में लगे रहे। देर शाम 7 बजे सीनियर्स को बताया कि आरोपी भाग गया है। किठौर पुलिस की लापरवाही से आरोपी फिर फरार हो गया।
बुधवार को किठौर थाने के सिपाही अंकित भाटी और विपिन कुमार जानलेवा हमले के आरोपी फरियाद और मारपीट के मामले में आरोपी अंशुल को कोर्ट लेकर आए थे। अंशुल के खिलाफ 2012 में दर्ज हुए मामले और फरियाद के खिलाफ 2021 में दर्ज मामले में वारंट थे। दोनों को एडीजी कोर्ट संख्या तीन में पेश किया गया। न्यायालय ने दोनों आरोपियों का रिमांड बनाकर जेल भेजने के आदेश दिए। शाम को आरोपी के फरार होने की सूचना सिविल लाइन पुलिस को मिली तो हड़कंप मच गया। दोनों सिपाहियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में लापरवाही के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने आरोपी के परिजनों को हिरासत में ले लिया है।
फरियाद के फरार होने पर दोनों सिपाही अंकुश को लेकर सदर हवालात में पहुंचे। उसे वहां छोड़ने के बाद फरियाद को तलाशने लगे। तीन घंटे तक दोनों ने सिविल लाइन पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। शाम को छह बजे के करीब मुल्जिम के फरार होने की सूचना मीडिया पर पहुंची तो पुलिस के अधिकारियों को घटना की जानकारी हुई। सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी कचहरी पहुंचे और सीसीटीवी की फुटेज चेक कराई। रात तक सिविल लाइन और किठौर पुलिस फरियाद की तलाश में जुटी थी। दोनों सिपाहियों ने जिस तरह से तीन घंटे तक घटना को छिपाए रखा है, उसको गंभीर लापरवाही मानते हुए एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के आदेश पर उनके खिलाफ सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सीओ सिविल लाइन ने बताया कि आरोपी की तलाश में दो टीमें लगाई गई हैं।