मेरठ। कई दिनों से लगातार जारी बारिश के चलते शनिवार शाम जाकिर कॉलोनी में एक तीन मंजिला मकान भरभरा कर दिया पड़ा। इसमें एक दर्जन से अधिक लोग दब गए। दबे हुए लोगों में महिला और बच्चे ज्यादा हैं। घटना की सूचना मिलते ही कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, एडीजी डीके ठाकुर, एसएसपी डॉ. विपिन टाडा, सीडीओ नुपुर गोयल और एसपी सिटी मय फोर्स के मौके पर पहुंचे। उधर दूसरी ओर घटना की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम और सेना को भी तलब कर लिया गया। समाचार लिखे जाने तक बचाव कार्य जारी था। उधर सूत्रों के अनुसार मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
थाना लोहिया नगर क्षेत्र के अंतर्गत जाकिर कॉलोनी की गली नंबर 8 में नफ्फो का मकान है। इस मकान में उसके बेटे आबिद, शाकिर, काशिफ, नईम और गोविंदा परिवार के साथ रहते हैं। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के चलते शनिवार शाम नफ्फो का मकान भरभरा कर गिर पड़ा। मकान के मलबे में फरजाना, अलीशा, जिया, सानिया, नफीसा, साकिब और एक तीन माह की बच्ची सहित एक दर्जन से अधिक लोग दब गए। मकान गिरते ही वहां चीख पुकार और अफरा तफरी मच गई।
आसपास रह रहे लोग दौड़े और बचाव कार्य में जुट गए। जो मकान गिरा उस मकान के नीचे के हिस्से में दूध की डेरी थी। यहां भी लगभग एक दर्जन भैंस बंधी हुई थी, वो भी मलबे में दब गईं। फायर ब्रिगेड की टीमें भी मौके पर पहुंची और उन्होंने वेल्डिंग कटर से काटकर बड़े-बड़े बीम और पत्थरों को काटकर मलबे को हटाने का काम शुरू किया। घटनास्थल पर भीड़ का यह आलम था कि वह हटाए नहीं है रही थी। ऊपर से लगातार हो रही बारिश से बचाव कार्य भी प्रभावित हो रहा था। इसके अलावा शहर का भीतरी इलाका होने के कारण जेसीबी भी घटना स्थल तक नहीं पहुंच पा रही है जिससे बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आईं।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मकान के गिरते ही क्षेत्रवासियों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया। इसी बीच पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। पुलिस और फायर सर्विस की टीमें पहुंचने से पहले ही क्षेत्रवासियों में खुद रेस्क्यू कर तीन लोगों को मलबे से बाहर निकाल लिया। फायर सर्विस के साथ आईं बड़ी मशीने भी अंदर नहीं जा पाईं जिस कारण फायर ब्रिगेड की टीमों ने मैन्युअली रेस्क्यू शुरू किया। घटना के 2 घंटे बाद दूसरी मशीन आई और तब कहीं जाकर बचाव कार्य में तेजी आई। जिस मकान में हादसा हुआ वह लगभग 35 से 40 साल पुराना बताया जा रहा है। क्षेत्रवासियों का यह भी कहना है कि मकान में मरम्मत न होने के कारण वह जर्जर होता जा रहा था।
पुलिस में इलाके को चारों तरफ से सील कर दिया ताकि ज्यादा भीड़ घटना स्थल की ओर न आने पाए। समाचार लिखे जाने तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी था। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि जब तक पूरा मालबा नहीं हट जाता तब तक कैजुअल्टी के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। बोली मंडलायुक्त मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि बचाव कार्य जारी है। लोगों को मलबे से निकालने के लिए सेना व आर्मी को बुलाया गया है। एसडीआरएफ -एनडीआरएफ को बुलाया है
घटनास्थल पर पहुंचे एडीजी डीके ठाकुर ने बताया-करीब सवा पांच बजे हादसा हुआ। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया है। 4 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। परिवार के लोगों के अनुसार अभी 6 लोगों के और दबे होने की सूचना है। लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि तीन मंजिला मकान भरभराकर गिरा है। इसमें आठ से दस लोगों के दबे होने की आशंका है। अभी तक कोई जनहानि नहीं हुई है। रेस्क्यू टीम बचाव कार्य में लगी है। पूरा मलबा हटने के बाद ही सही स्थिति का पता चलेगा।
जिलाधिकारी दीपक मीणा का कहना है कि अभी रेस्क्यू जारी है अबतक 8 लोगो को निकाला जा चुका है जिसमे 3 की मौत हो चुकी है। इसमें एक 40 वर्षीय युवक साजिद दूसरी 15 वर्षीय साजिदा ओर डेढ़ साल की रिम्शा है जिसकी मौत हो चुकी है देर रात तक एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में लगी हुई है बचाव कार्य किया जा रहा है 6 लोगो को अंदर दबे है रेस्क्यू चल रहा है।