जिलाधिकारी के नेतृत्व में कई लाइव शो के आयोजन की तैयारी अंतिम चरण में
मेरठ। मेरठ की आन बान और शान के रूप में देखा जा रहा मेरठ महोत्सव इस शहर की सांस्कृतिक विरासत को संजोने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। मेरठ महोत्सव में जहां कला और संस्कृति का अनोखा संगम होगा वहीं उद्यमियों के लिए यह एक खास अवसर भी होगा। इस शो की तैयारियों के सिलसिले में मंगलवार को भी जिलाधिकारी दीपक मीणा के नेतृत्व में पूरा प्रशासनिक अमला विक्टोरिया पार्क में जुटा रहा और तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
मेले के दौरान धूल का एक कण भी न उड़े, इसके लिए जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त सौरभ गंगवार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उधर विक्टोरिया पार्क वाला नाला भी पाट दिया गया है। मेरठ महोत्सव के दौरान जहां शंकर महादेवन और हेमा मालिनी जैसे कलाकार अपनी परफॉर्मेंस देंगे, वहीं पश्चिमी कल्चर पर आधारित इंडी-पॉप नाइट में 23 दिसंबर को नीति मोहन धमाल मचाएंगी। इसके अलावा महोत्सव में सूफियाना अंदाज भी दिखेगा। 24 दिसंबर को सूफी नाइट होगी। इसमें हर्षदीप कौर सूफियाना परफॉर्मेंस पर लोगों को झूमने पर मजबूर करेंगी। महोत्सव की तैयारियों को लेकर डीएम और सीडीओ ने दिन भर विक्टोरिया पार्क की चहलकदमी की। स्टॉल्स का निरीक्षण किया और जहां जो भी कमी दिखी उसे तुरंत दूर करवाया। मेरठ महोत्सव में लगने वाले स्टॉल भी बेहद आकर्षक दिखेंगे। स्टॉल्स जिन टेंट में लगाए जाएंगे वह पूरी तरह से वाटर प्रूफ होंगे। मेरठ महोत्सव के लिए विक्टोरिया पार्क की दीवारों को भी रंगीनियत बक्शी गई है। इन दीवारों को बेहद सुसज्जित ढंग से सजाया जा रहा है। कुल मिलाकर यह महोत्सव मेरठ की आन बान और शान को कायम रखने के लिए काफी है।
सीडीओ नुपूर गोयल ने मेरठ महोत्सव से जुड़े नोडल अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए बताया कि इस प्रकार उन्हें वीवीआईपी को लाना है कैसे उनकी व्यवस्था करनी है। उन्होंने अधिकारियों को ज्वैलरी गैलरी के बारे में जानकारी। मेरठ महोत्सव में आर्मी का भी कैंप लगाया जाएगा। मंगलवार को सेना के अधिकारी विक्टोरिया पार्क पहुंचे ।उन्होंने सीडीओ से बात की।
विक्टोरिया पार्क से अंबेडकर चौराहे को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा
मेरठ महोत्सव को पूरी तरह सफल बनाने के लिए विक्टोरिया पार्क व उसके आसपास के क्षेत्र को दुल्हन की तरह सजाया जा सजाया जा रहा है। दीवारों पर वाल पेंटिंग में मेरठ की उपलब्धियों को दर्शाया जा रहा है। सर्किट हाउस के बाहर के इलाकों को कपडे की झालर के साथ सजाया जा रहा है।