नई दिल्ली । राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ‘अनशन’ समाप्त कर दिया है। पायलट ने कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गई चेतावनी को दरकिनार करते हुए आज यानि मंगलवार को पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग को लेकर अनशन किया था। पायलट ने यहां शहीद स्मारक पर पूर्वाह्न 11 बजे से शाम चार बजे तक पांच घंटे का मौन अनशन किया।
पायलट ने संवाददाताओं से कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई होगी।
इस अनशन के साथ ही पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ नए सिरे से मोर्चा खोल दिया है। दिसंबर 2018 में राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से ही इन दोनों नेताओं में खींचतान जारी है। कांग्रेस के सत्ता में आने के समय पायलट राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे।
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में पायलट समर्थक मौजूद रहे, हालांकि पार्टी का कोई बड़ा चेहरा या मौजूदा विधायक वहां नजर नहीं आया। मंच के पास महात्मा गांधी एवं ज्योतिबा फुले की तस्वीरें रखी गईं। मंच के पीछे केवल महात्मा गांधी की फोटो के साथ ‘वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार के विरुद्ध अनशन’ लिखा है। लाउडस्पीकर पर अलग अलग देशभक्ति गाने बजाए गए। शहीद स्मारक पर पहुंचने से पहले पायलट अपने आवास से 22 गोदाम सर्किल पहुंचे और वहां समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। अनशन शाम चार बजे समाप्त हुआ।
घर से बाहर बुलाकर युवक का अपहरण, बदमाशो ने हथियारों के बल पर किया अपहरण कार में डाल कर अपने साथ ले गये अपहरणकर्ता
मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र में एक युवक का अपहरण करने का मामला सामने आया है। बदमाशो ने युवक को घर के बाहर से सबके सामने जबरन अपनी कार में डालकर अपहरण कर ले गए। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। चर्चा