रालोद -सपा गठबंधन में खींचतान तो बसपा और कांग्रेस में भी दावेदारी कम नहीं
मेरठ। नगरीय निकाय चुनाव के ऐलान के साथ ही मेरठ में महापौर पद की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए सभी दलों में नेता अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे हैं। केन्द्र और प्रदेश की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मात देने की हुंकार तो सभी विपक्षी दल भर रहे हैं लेकिन प्रत्याशियों का नाम तय नहीं हो पा रहा है। समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) गठबंधन में तो खींचतान भी सामने आने लगी है।
महापौर का टिकट पाने के लिए सपा, बसपा, रालोद हो या कांग्रेस, सभी दलों में टिकट पाने की होड़ मची है लेकिन भाजपा में सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा है। 40 लोग टिकट की लाइन में है। जो शीर्ष नेताआं से अपना -अपना दांवा कर रहे है। आप को छोड कर किसी भी पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले है। राजनीतिक दल एक दूसरे को भांपने में लगे है।
बता दें 2017 के चुनाव में बसपा की सुनीता वर्मा ने भाजपा की कांता कर्दम को हराकर महापौर पद पर जीत हासिल की थी। इस बार भाजपा महापौर के पद के लिए कोई कसर नहीं छोड रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ,डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य , केबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप साही ,जितिन प्रसाद, मेरठ प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह आदि ने दौरे किए है। प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह तीन दिन पहले ही मेरठ में निकाय चुनाव की समीक्षा करके गए हैं। ऐसे में भाजपा इस बार महापौर सीट पर जीत हासिल करने को पूरी ताकत झोंके हुए है।
महापोर का पद ओबीसी के लिए आरक्षित होने के कारण गुर्जर, सैनी, प्रजापति, जाट समाज के दावेदार लखनऊ ओर दिल्ली दौड लगा रहे है। कुछ समय पूर्व महापौर हरिकांत का नाम तेजी से आगे आया था। वह पंबाजी समाज ओर ओ दोनो कोटे पूरा करते है। इसके अतिरिक्त बीना वाधवा, डा तनुराज सिरोही, ,डा जेवी चिकारा, पूर्व विधायक रविन्द्र भडाना, सुशील गुर्जर , देवेन्द्र गुर्जर, बलराज डूंगर , समय सिंह सैनी आदि नाम है।
रालोद और सपा के नेता गंठबंधन से निकाय चुनाव लडने की बात कर रहे है। रालोद को हल के सिबल पर चुनाव लडने के लिए निर्वाचन आयोग ने अनुमति दे दी है। टिकट के देोनोदलो में खींच तान जारी है। सपा से पूर्व जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह ने भी महापौर पद को लेकर दावेदारी की है।सरधना के सपा विधायक अतुल प्रधान अपनी पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान के लिए टिकट की दावेदारी टिकट के दावेदार हैं।जबकि शहर विधायक रफीक अंसारी अपनी पत्नी खुर्शीदा को चुनाव लड़ाना चाह रहे है रालोद से डॉ. राजकुमार सांगवान, सुनील रोहटा, मनीषा अहलावत के नाम चर्चा में है।
वही 2017 में महापौर जीतने वाली बसपा से भी टिकट के कई दावेदार हैं। बसपा से कुरैशी बिरादरी से भी कई नाम सामने आए हैं। इसके साथ ही कृष्णपाल मावी, जयवीर सिंह, सुभाष गुर्जर ने भी टिकट की दावेदारी जताई है। कांग्रेस में जिलाध्यक्ष अवनीश काजला, महानगर अध्यक्ष जाहिद अंसारी, डॉ. यूसुफ कुरैशी, नसीम कुरैशी, धूम सिंह गुर्जर, सुरेंद्र सिंह सैनी ने टिकट की दावेदारी ठोंकी है।