तिहाड़ जेल में गैंगवार, प्रिंस तेवतिया की हत्या; ‘दिल्ली के दाऊद’ का था साथी दिल्ली की तिहाड़ जेल में शुक्रवार को गैंगवार हुआ है। इसमें गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की हत्या कर दी गई है। बता दें कि तिहाड़ की जेल नंबर 3 में शाम 5 बजे गैंगवार हुई। इसके अलावा इसमें 5 कैदियों के घायल होने की खबर है।बता दें कि शुक्रवार को हुए इस गैंगवॉर में टॉप मोस्ट वांटेड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और दिल्ली का दाऊद कहा जाने वाला टॉप गैंगस्टर हाशिम बाबा का साथी प्रिंस तेवतिया की दिल्ली की तिहाड़ जेल में रोहित चौधरी गैंग से झगड़े के बाद मौत हुई। मकोका के तहत तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर रोहित चौधरी गैंग से उसकी अदावत चल रही थी। उसने नॉर्थ इंडिया के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा से हाथ मिलाया है।
आरोपी 2012 और 2020 में कोर्ट में फर्जी दस्तावेज पेश कर चुका है, जिनकी एफआईआर दर्ज हैं। प्रिंस पर दिल्ली के विभिन्न थानों में हत्या, कातिलाना हमले, जबरन वसूली समेत कुल 15 केस दर्ज हैं। वहीं, दिल्ली पुलिस के मुताबिक जेल में गैंगवार के दौरान प्रिंस तेवतिया पर चाकुओं से हमला किया गया है। इससे उसके शरीर पर 5-7 वार किए गए थे। दिल्ली पुलिस की टीम तिहाड़ जेल पहुंची है और मामले की जांच में जुट गई है।
मामले पर जॉइंट सीपी (क्राइम) आलोक कुमार ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल वीरेंदर को प्रिंस के द्वारका में होने की सूचना मिली तो उसे दबोच लिया गया। तफ्तीश में पता चला कि वह 15 सितंबर तक परोल लेकर आया था, लेकिन फिर जेल नहीं लौटा। उसने 16 सितंबर को जमानत बढ़वाने के लिए कोर्ट में अर्जी लगवाई थी, जिसे ठुकरा दिया गया था। खानपुर की दुग्गल कॉलोनी निवासी प्रिंस 10वीं पास है। फैमिली में एक भाई और बहन हैं। पिता डीडीए से रिटायर हैं।
बता दें कि प्रिंस तेवतिया 2008 में पहली बार झगड़े के मामले में पकड़ा गया था। आंबेडकर नगर में 2010 में एक लड़के की हत्या की, जिसने उसके पिता को थप्पड़ मारा था। उसने खुद को नाबालिग साबित करने के लिए कोर्ट में फर्जी दस्तावेज पेश किए तो साकेत थाने में जालसाजी का केस दर्ज हुआ। वह 2015 में जेल से बाहर आया और फिर अपराध करने लगा। पुलिस ने 2016 में लूट और हत्या के प्रयास के दो अलग-अलग केसों में गिरफ्तार किया। वह 2019 में शादी के लिए तीन दिन परोल लेकर आया और फरार हो गया।