मेरठ के शास्त्री नगर के सैक्टर 6 में पति पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी गई है।
मेरठ। थाना नौंचदी क्षेत्र के शास्त्री नगर के सैक्टर छ में बीती रात एक मकान में दंपत्ति की मकान के प्रथम तल पर कमरें में गला रेत कर मौत के घाट उतार दिया गया ।घटना का पता मंगलवार की सुबह उस समय पता चला। जब मृतक के बेटे द्वारा पिता को फोन किया जो नहीं उठा। तभी पडोस में रहने वाले दोस्त को मृतक के पुत्र ने फोन कर जानकारी लेने का प्रयास किया। घटना की जानकारी मिलने पर एडीजी, एसएसपी , एसपी सिटी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को पीएम के लिए भेजा दिया है। दोनों के गले, सिर और हाथ पर जख्म हैं। कमरे में महिला टीचर का लैपटॉप ऑन था। पुलिस की शुरूआती जांच पडताल में मामला आपसी रंजिश का निकल कर सामने आ रहा है। फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच पडताल करने में जुटी है।
मृतक प्रमोद कर्णवाल (50) पत्नी ममता ( 45) शास्त्री नगर के सैक्टर छ में मकान के प्रथम तल पर रहते थे। उनके पिता नरेन्द्र प्रसाद व माता विनोद बाला ग्राउड फ्लोर पर रहते है। प्रमोद की बेटी कनिष्का गुडगांव में नौकरी करती है। उसके पास उसका भाई आर्यन भी रहता था। जो मेरठ कॉलेज से बीएससी कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा है। प्रमोद साहिबाबाद की लोहा फैक्ट्री में काम करते थे। उनकी पत्नी ममता बीडीएस स्कूल में टीचर थीं।
मंगलवार को बेटे ने पिता प्रमोद के मोबाइल पर कॉल किया। कई रिंग के बाद भी फोन नहीं उठा, तो उसको शक हुआ। फिर बेटे ने पड़ोस के परिवार को फोन किया। कहा कि मम्मी, पापा फोन नहीं उठा रहे हैं। आप मेरी बात करा दीजिए।इसके बाद पड़ोस में रहने वाले शुभम, प्रमोद के घर आए। नीचे प्रमोद के बुजुर्ग मां-बाप को उठाने के लिए कई आवाज लगाई, लेकिन कोई नहीं उठा। काफी देर बाद प्रमोद की मां लड़खड़ाते हुए बाहर आई। उन्हें लेकर शुभम ऊपर की मंजिल पर पहुंचे। आवाज लगाने पर जब कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला तो सभी कमरे के अंदर गए।
खून से लथपथ पडे पति पत्नी के शव
बेडरूम में प्रमोद और ममता के शव बेड पर पड़े हुए थे। चद्दर खून से सनी हुई थी। इसके बाद हल्ला मच गया। पड़ोसी और भीड़ मौके पर जमा हो गई। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही सीओ सिविल लाइन अरविंद चौरसिया , एसपी सिटी पीयूष सिंह मय मौके पर पहुंचे। मौके पर डॉग स्वाकवायड व फोरसिंग टीम को बुलाया गया। पुलिस ने गली में मकान के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला।
माता पिता का शव देख बिलख पडे बेटा बेटी
घटना की जानकारी मृतक के बेटी व बेटे को दी गयी तो वह आनन फानन में अपने आवास पहुुंची। एम्बूलेेंस में दोनों के शव को देख कर दोनो बिलख पडे । बेटी कनिष्का बेहोश हो गयी। किसी तरह आसपास की महिलाओं ने उसे सहारा देकर कुर्सी पर बैठाया।
कमरे का सामान अस्त-व्यस्त नहीं था
मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे की जांच की। यहां सामान अस्त-व्यस्त नहीं मिला। नीचे खड़ी स्कूटी गायब थी। घर का मेन गेट बंद था। ऊपर की मंजिल के सभी दरवाजे खुले थे।जिस स्थान पर घटना को अंजाम दिया गया वह काफी घनी आबादी वाला है। बाहरी कोई भी आसानी से प्रवेश नहीं कर सकता है।
किसी ने शोर तक नहीं सुना
जिस स्थान पर एक मकान में दो लोगों की हत्या कर अंजाम दिया गया। वहां आसपास के लोगों को पता नहीं चल पाया। आसपास के लोगों का कहना है कि उन्होंने किसी प्रकार का शोर तक नहीं सुना। जिस स्थान पर हत्यारे ने घटना को अंजाम दिया वह प्रथम तल पर है। जबकि ग्राउंड फ्लौर पर मृतक के माता पिता रहते है। आखिर कौन था वो जिसने घटना को अंजाम दिया। कमरे में मिला लैपटॉप ऑन था। इसके दो मतलब हैं- या तो हत्यारे ने लैपटॉप ऑन किया है। या फिर काम करने के दौरान ही दोनों पर हमला हुआ हैपुलिस का मानना है कि । हालांकि, इसकी आशंका इसलिए कम है क्योंकि, अगर जागते वक्त हमला होता तो फिर चीख-पुकार मचती।
मृतक के माता पिता से एसएसपी ने की बात
घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी राेहित साजवाण मौके पहुंचे। उन्होंनेे हर एंगल से जांच पडताल कर मृतक प्रमोद के माता विनोद बाला व पिता नरेन्द्र प्रसाद से बात की ।
सोते वक्त बनाया गया दोनो का निशाना
कमरे की किचन में पुलिस को खाना मिला है।दोनों ने रात में एक साथ खाना खाया है। इसके बाद सोने के लिए बेड पर लेटे हैं। बॉडी जिस तरह से मिली हैं, उससे अंदाजा लग रहा है कि सोते वक्त ही दोनों को निशाना बनाया गया है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि कातिल एक था या एक से ज्यादा, इसका पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। कोई लूटपाट नहीं हुई है।सीसीटीवी फुटेज चेक की जा रही है। हत्या की वजह अभी पता नहीं चल पाई है।
अंदेशा, मारने से पहले परिवार के खाने में नशीली दवा मिलाई
फोरेंसिक टीम ने रसोई से खाने के सैंपल लिए हैं। प्रमोद के बुजुर्ग पिता मंगलवार दोपहर 12 बजे तक नींद से नहीं उठे। जबकि उनकी मां भी लड़खड़ा रही थीं। ऐसा माना जा रहा है कि खाने में नशीली दवा मिलाई गई थी। जिसकी वजह से प्रमोद, ममता और उनके माता-पिता बेहोश ही रहे।
पीछे के दरवाजे से कातिल भागा
पुलिस जांच में कुछ और फैक्ट सामने आए हैं। जैसे, घर में दो गेट हैं। एक मेन गेट, एक घर के पीछे की तरफ। पुलिस को सामने का दरवाजा बंद मिला। लेकिन पीछे की तरफ का दरवाजा खुला हुआ था। माना जा रहा है कि कत्ल के बाद कातिल यहीं से बाहर गया था।
ममता सोमवार को छुट्टी पर थीं
वहीं बीडीएस स्कूल के प्रिंसिपल गोपाल दीक्षित ने बताया कि ममता सोमवार को छुट्टी पर थी। बीडीएस स्कूल में लगभग 11 साल से पढ़ाती थी, कंप्यूटर की शिक्षिका थीं। असिस्टेंट एग्जामिनर भी थीं। एडीजी राजीव सबरवाल भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने केस के सभी पहलू समझने के बाद जल्द वर्कआउट के निर्देश दिए।
विधायक सांत्वना देने पहुंचे
घटना की जानकारी मिलने पर सरधना विधायक अतुल प्रधान मौके पर पहुंचे। उन्होने परिजनों को सांत्वना दी। वही भाजपा ने नेता हरपाल सैनी, भाजपा नेता आलोक सिसौधिया पर मौके पर पहुंचे।