https://youtu.be/bNRMWJZtZWY
Meerut story :- ज़हीर आलम साहब का पूरा जीवन सादगी और ईमानदारी में गुज़रा है मुज़फ्फरनगर निवासी ज़हीर आलम की पढ़ाई सहारनपुर में हुई ओर साथ ही उनको खेल कूद का भी शौक रहा वो बताते है कि जब उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नही थी तब भी उनके माता और पिता ने उनकी शिक्षा को पुरा कराने के लिये कोई कमी नही रखी शिक्षा पूरी हुई तो नोकरी भी करनी थी पिता ने जहीर आलम का साथ देते हुए उनके लिए काफी कुछ किया धीरे धीरे कई अच्छे सरकारी संस्थान में उनका न0 आया और ज़हीर आलम ने अपनी नोकरी की शुरुआत जिलाधिकारी कार्यालय से शुरू की जैसे जैसे नोकरी का समय बढ़ता गया वैसे वैसे संस्थान के अंदर की कमियां उनको महसूस होने लगी और उन्होंने अपनी ईमादारी को प्रथम मानते हुए वहाँ से छोड़ना ही सही समझा और उसके बाद बैंक की तैयारी कर बैंक में नोकरी हासिल की हालांकि ये भी एक अपने आप मे खास कॉम्पिटिशन था कि कुछ कर दिखाने का जुनून ओर कुछ पाने की तम्मन्ना इतनी रही के एक के बाद एक सीढ़िया चढ़ते रहे और कामयाबी उनके कदम चूमती रही जीवन साथी ऐसी मिली कि घर मे खुशी और शांति का साथ मिला शादी के हर लम्हे को खुल के ज़िया ओर अपने परिवार में नंन्हे महमानों का स्वागत किया एक बेटा ओर बेटी के रूप में घर की खुशियों में मानो चार चांद लग रहे हो समय बिता बेटा बेटी बड़े हो चुके ओर फिर समय नोकरी से विश्राम करने का था तो रिटायरमेंट के बाद अब ज़हीर आलम जी अब समाज सेवी के रूप में जाने जाते है और अपने पुरानी यादो को अपने दोस्तो के साथ मिलकर सांझा करते है।