नानू गांव में संगोष्ठी आयोजित कर बताये गये तम्बाकू सेवन के नुकसान
मेरठ, 30 मई 2023। “हमें भोजन चाहिए, तम्बाकू नहीं” की थीम पर इस बार विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाएगा। लोगों को तम्बाकू सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति आगाह और जागरूक करने के लिए हर वर्ष 31 मई को विश्व तम्बाकू दिवस मनाया जाता है। मंगलवार को सरूरपुर ब्लॉक के नानू गांव में विश्व तंबाकू दिवस से पूर्व एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें नोडल अधिकारी डा. विश्वास चौधरी ने तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया तंबाकू के प्रति लोगों को जागरूक
करने के लिए पूरे जनपद में तंबाकू नियंत्रण अभियान 15 मई से 15 जून तक चलाया जा रहा है। संगोष्ठी में आए किसानों, महिलाओं व बच्चों को दुष्प्रभाव व हानियों के बारे में विस्तार से बताया गया।
डा. विश्वास चौधरी ने बताया – जनपद स्तर पर तंबाकू नियंत्रण अभियान की कार्य योजना के अनुसार गतिविधियां शुरू कर दी गयीं हैं। वहीं ग्राम स्तर पर ग्राम पंचायतों में होने वाली ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति की बैठक में तंबाकू उपभोग से होने वाली हानियों के संबध में जानकारी दी जा रही है। शिक्षा विभाग के सहयोग से समस्त शिक्षण संस्थानों एवं ब्लॉक स्तर पर गोष्ठी, कार्यशाला नक्कड़ नाटक आदि का आयोजन किया जााएगा। उन्होंने बताया – तम्बाकू की लत विश्व की सबसे बड़ी घातक महामारी है। तम्बाकू के सभी पदार्थ एवं उनका सेवन बहुत खतरनाक होता
है। इसका किसी भी प्रकार से सेवन कई बीमारियों को पैदा करता है। उन्होंने कहा- तम्बाकू हर सूरत में नुकसानदायक है। यह सेवन करने वालों के स्वास्थ्य पर तो विपरीत प्रभाव डालती है बल्कि इसका उत्पादन करने वाले भी एक विशेष बीमारी “ग्रीन टोबैको सिकनेस” का शिकार हो जाते हैं। इसे ग्रीन टोबैको सिकनेस (जीटीएस) कहा जाता है। इसके प्रारंभिक लक्षण चक्कर आना, उल्टी होना, उच्च रक्तचाप आदि हैं। यह बीमारी पत्ते छूने मात्र से हो जाती है। जिस जगह तम्बाकू की खेती होती है वह जमीन बंजर हो जाती है। उन्होंने बताया- Jतम्बाकू में सात हजार केमिकल होते हैं, इनमें 69 कैंसर के कारक हैं।