मेरठ में इनदिनों योग को लेकर जागरूकता देखने को मिली । “अंतर्राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता सप्ताह” के दूसरे दिन शुक्रवार को निबंध प्रतियोगिता एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन ललित कला विभाग द्वारा किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग गीता की तथा योग के प्रति अपनी रुचि प्रदर्शित की।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफ़ेसर संगीत शुक्ला कुलपति एवं प्रोफ़ेसर भूपेंद्र राना ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर किया बतौर मुख्य अतिथि प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास होता है। इससे योग का महत्व और भी बढ़ जाता है। आपकी हर बीमारी का इलाज आप खुद हैं, जो नियमित योग व व्यायाम से ही संभव है। प्रात कालीन सत्र में “स्वस्थ समाज के निर्माण में योग की भूमिका” विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 62 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। प्रतिभागियों की अधिक संख्या के कारण निर्णय अगले दिन 17 जून को घोषित किया जाएगा।
द्वितीय सत्र में “स्लोगन प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया।प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने एक से एक सुंदर प्रेरक स्लोगन।विभिन्न रंगों से लिखे। “योग करो रोज करो” “योग जन जन में जगाओ योग की ललक”सब रोगो का एक समाधान, योग करो सुबह शाम”आदि स्लोगन लिख कर लोगों को योग करने के लिए प्रेरित एवं जागरूक किया। जिससे लगभग डेढ़ सौ लोग लाभान्वित हुए।
कार्यक्रम संयोजिका प्रोफेसर अलका तिवारी ने सभी का स्वागत व आभार व्यक्त किया । स्लोगन प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ अंजू त्यागी डी ए वी कॉलेज , खरखौदा, डॉ दिशा दिनेश आई एन पी जी कॉलेज मेरठ डॉ संघर्ष शर्मा, इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट मोदीनगर रहे। प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार आर्यन शर्मा , ललित कला विभाग,द्वितीय पुरस्कार कु० शुभी, एन ए एस कॉलेज मेरठतृतीय पुरस्कार-अर्चित, रशियन भाषा विभाग को मिला।सांत्वना पुरस्कार-अर्थशास्त्र विभाग, राजनीति विज्ञान विभाग, विधि विभाग, उर्दू विभाग हिंदी विभाग तथा डी ए वी कॉलेज खरखौदा कॉलेज एवं एस डी कॉलेज मुजफ्फरनगर के विद्यार्थियों को मिला ।इस अवसर पर डॉ पूर्णिमा वशिष्ठ डॉ शालिनी धामा मुख्य अभियंता मनीष मिश्रा मितेंद्र गुप्ता प्रेस प्रवक्ता का विशेष सहयोग रहा। दीपक त्यागी शालिनी त्यागी, सुदेश कुमार तथा छात्र स्तर पर शिवानी तोमर, वासु त्यागी, यशस्वी, जय श्री, तनु कोमल काजल आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर अलका तिवारी संयोजिका ने किया।