मेरठ के चर्चित अधिवक्ता रमेश चन्द गुप्ता के अश्लील वीडियों वायरल होने के बाद नये नये प्रकरण सामने आ रहे है। अब एक नया ओडियो वायरल हुआ है। जिसमें अधिवक्ता से हनी ट्रैप गैंग द्वारा झूठे मुकदमे में फंसा कर रंगदारी मांगी जा रही है।
अश्लील वीडियो वायरल के मामले में रमेश चंद गुप्ता ,अरविंद मारवाडी , संजीव जैन सिक्का के अधिवक्ता राम कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी गत नौ जून को अमरीश नाम का एक व्यक्ति अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता के कार्यालय में आया था। फोन पर पीडित लडकी से बात की गयी । जिस पर पीडित लडकी ने रहने के लिए मकान और 15 लाख रुपये की मांग कर रही है।
हालांकि पीड़ित लड़की का भाई साहिल 15 जून को जिस दिन लड़की के 164 के बयान होने वाले दिन 10 से 20 लाख रुपये की अवैध माँग की जा रही है जिसमे रमेश चंद गुप्ता और साहिल का वार्तालाप का वर्णन है
हमारा बड़ा सवाल यह बनता है कि जब पीड़ित 26 जून को घर से ग़ायब हो गई थी जिसकी एफआईआर 27 मई में थाना में मुकदमा पंजीकृत हो गया था फिर वह किस प्रकार और कैसे किसके साथ मेरठ बार के अध्यक्ष के सामने जाकर केवल एक मात्र अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता पर शारीरिक शोषण का आरोप लगा रही है जबकि बीजेपी के किसी भी नेता के विरुद्ध कोई किसी प्रकार का उल्लेख नहीं था। पीड़ित को पुलिस ने जब बरामद किया तो वह कई लड़कों के साथ रह रही थी उसके पास से दो आधार कार्ड भी बरामद किये गये थे जिसमे वह बालिग़ थी जिसकी जांच होनी बेहद आवश्यक है।पुलिस को उपरोक्त सभी पहलुओं पर जांच के उपरांत ही सत्यता के आधार पर जांच करनी चाहिए।यह भी देखना होगा की क्या राजनीति के कारण दो राजनीतिक व्यक्तियों को कौन और किन कारणों से बलि का बकरा बना रहा है।
या बात यह कि जिस लड़की की वीडियो प्रसारित करी गई थी वह लड़की रिपोर्ट कर्ता पीड़ित लड़की नहीं है ना ही उसके विरुद्ध किसी प्रकार का शारीरिक शोषण का वास्तविक प्रमाण है तथाकथित वीडियो में जबरन बदनाम की गई। लड़की ने भी 17 जून को एसीजीएम 5 के यहाँ उपरोक्त पीड़ित नाबालिग लड़की के विरुद्ध कोर्ट में मुकदमा पंजीकृत करा दिया है एव कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान उपरोक्त पीड़ित लड़की के विरुद्ध दर्ज कराये है ।