2019 में लिंचिंग कर मौत के घाट उतारे गये तबरेज़ अंसारी की हत्या में दोषी पाये गये।
11 आरोपियों को सरायकेला कोर्ट ने सुनाई 10-10 साल की सज़ा,17 जून 2019 में रात के वक़्त तबरेज़ अंसारी पर बाइक चोरी का आरोप लगा खंभे से बांध भीड़ ने बेरहमी से पीटा गया,पुलिस ने तबरेज़ को अस्पताल में भर्ती ना करके हवालात में डाल दिया था जिसके बाद उसकी 24 जून को मौत हो गई थी,पहले पुलिस ने आरोपियों पर धारा 304 (ग़ैर इरादतन हत्या) का केस दर्ज किया था विरोध हुआ तो 302 धारा जोड़ आरोपियों को किया गया था गिरफ्तार!
तबरेज़ अंसारी की हत्या के बाद आरोपियों को कई महीनों तक गिरफ्तारी में देरी होती रही तो दिल्ली के जंतर मंतर व झारखंड भवन पर लगातार प्रदर्शन किये गये थे जिसके बाद थोड़ा बहुत इंसाफ़ मिल पाया,उन प्रदर्शनों में तबरेज़ अंसारी की पत्नी शाईस्ता परवीन भी शामिल हुई थी जो कि रोते बिलखते हुए दिल्ली और दिल्ली से झारखंड पहुंची थी,शाईस्ता और तबरेज़ की शादी को 54 दिन ही हुए थे हाथों की मेहंदी भी नही सूखी लेकिन हत्यारों ने चंद मिनटों में उसे विधवा कर दिया!