लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिल्म आदिपुरुष को लेकर मचे विवाद पर तल्ख टिप्पणी की है।उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एजेंडेवाली मनमानी फिल्में बनाने वालों को सेंसरबोर्ड का प्रमाणपत्र देने से पहले, उनके ‘राजनीतिक-चरित्र’ का प्रमाणपत्र देखना चाहिए।
सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट कर सेंसरबोर्ड पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने फिल्म आदिपुरुष को लेकर को सोशल मीडिया पर हो रही तीखी आलोचना पर कहा कि जो राजनीतिक आकाओं के पैसों से, एजेंडेवाली मनमानी फिल्में बनाकर लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं, उनकी फिल्मों को सेंसरबोर्ड का प्रमाणपत्र देने से पहले, उनके ‘राजनीतिक-चरित्र’ का प्रमाणपत्र देखना चाहिए। क्या सेंसरबोर्ड धृतराष्ट्र बन गया है?