https://youtu.be/jev5PrTHuTg
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महापौर के प्रधान के पक्ष में रोड शो किया । इस मौके पर रोड शो में उमड़ी भीड़ को देखकर अखिलेश यादव गदगद नजर आए। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग जो कि सपना दिखाते यह स्मार्ट सिटी का ,स्मार्ट सिटी में धूल धक्कड़ है। नालियां खुली पड़ी हैं नाले खुले दिखाइ दे रहे हैं।
थोड़ी से बारिश हो जाए जलभराव दिखता है। बिजली महंगी कर दी ,जो बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिएं शिक्षा की , मेडिकल फेसिलिटी की वो सुविधाएं भी यह सरकार नहीं दे पा रही है।
उन्होंने कहा कि अगर शहर को बड़ा किया है तो साफ और सुरक्षित शहर में तमाम व्यवस्था तक नहीं हैं। शहर बड़ा होने पर भी पर्याप्त पब्लिक ट्रांसपोर्ट तक नहीं है,जिससे कि आम जनता चल सके।
मेरठ को स्मार्ट सिटी तो बोला लेकिन बर्बाद कर दिया ,कोई बजट स्मार्ट सिटी से मिला नहीं। अगर मिला भी है तो भृष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
QNews channel ने जब पूछा कि आखिर सपा रालोद का गठबंधन है । पहले चरण से पहले सहारनपुर में प्रचार करने जब पहुंचे थे तब आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद भी सहारनपुर में साथ थे, लेकिन अब न चन्द्रशेखर साथ न जयन्त । रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी निकाय चुनाव से दूरी बनाए हैं ? इस सवाल के जवाब में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कोई दूरियां नहीं हैं उन्होंने कहा कि आप तो ऐसे सवाल पूछ रहे हैं , हम साथ हैं आगे भी साथ रहेंगे आप अलग देख लेना।
हम पहले भी साथ थे आगे भी साथ हैं। पूर्व गवर्नर सत्यपाल को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि सत्यपाल मलिक के पक्ष में बहुत सारे लोग हैं और बहुत विचारधारा के लोग हैं।
आमने सामने भी ताल ठोक रहे हैं सपा रालोद के कैंडिडेट…
गौरतलब है कि भाजपा इन चुनावों में जहां पूरा दमखम जीत की खातिर दिखा रही है, वहीं सपा रालोद के बीच 2022 में विधानसभा चुनावों से पहले गठबंधन हुआ था। उसके बाद गठबंधन को खतौली विधानसभा उपचुनाव के दौरान आज़ाद समाज पार्टी का भी साथ मिल गया। लेकिन अब निकाय चुनावों में सपा और रालोद के कई स्थानों पर प्रत्याशी आमने सामने चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
इसके बावजूद भी सपा और रालोद की तरफ से इस चुनाव को फ्रेंडली मच तक बताकर चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है।