मेरठ के अनिल रोहटा का 46 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह रालोद नेता के बड़े भाई थे। अनिल रोहटा ने संकेत के मैक्स हॉस्पिटल में आखरी सांस ली है। भाई सुनील रोहटा ने बताया कि अनिल रोहटा की 7 दिसम्बर से तबियत खराब चल रही थी। पहले उनको बुखार हुआ । जिसका इलाज मेरठ में कराया। हालात जब नही सुधरी तो उनका इलाज कैलाशी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहा 4 दिन इलाज चलते रहने के बाद भी उनकी हालत ठीक नही हो रही थी। पिछले 3 दिनों से वो दिल्ली के अस्पताल में भर्ती थे। जहा सोमवार की सुबह 7 बजे इलाज के दौरान उनहोने आखरी सांस ली।
भाई सुनील रोहटा का कहना है कि अनिल को खासी बुखार निमोनिया ओर सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। जो लगभग बढ़ती जा रही थी। ये लक्षण कोरोना जैसे लक्षण थे। हालांकि की कोरोना से मौत पर मेरठ के सीएमओ अखिलेश नारायण का कहना है कि अनिल रोहटा का इलाज मेरठ में नही चल रहा था। वो दिल्ली में एडमिट थे तो कुछ भी कहना सम्भव नही है कि उनको कोरोना था या नही।
भाई सुनील रोहटा का कहना है कि अनिल रोहटा को मैक्स हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर रखा हुआ था। अंतिम संस्कार सोमवार आज दोपहर के बाद किया जाएगा। अनिल रोहटा का अंतिम संस्कार रोहटा में किया जाएगा रोहटा उनका पैतृक गांव है। अनिल रोहटा समाज सेवी,शिक्षकसेवी,ओर बिल्डर भी है। मेरठ पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड में उनके गायत्री हाइट्स के नाम से कॉलोनी प्रोजेक्ट है। जाट समाज सहित सहोदय ओर शिक्षा जगत से जुड़ी तमाम संस्थाओं में एक्टिंव थे।मेरठ में माउंट लिट्रा स्कूल के डायरेक्टर है। पिछले दिनों एक अन्य स्कूल रोम वल्ड संचालित कर रहे थे। दो स्कूल के डायरेक्टर भी है।
सुनील रोहटा रालोद में प्रवक्ता है। लंबे समय से रालोद से जुड़े है। म्रतक अनिल रोहटा मूल रूप से रोहटा गाव के रहने वाले थे। लेकिन परिवार गायत्री स्टेट मेरठ में रहते है। उनका एक बेटा रोहित चोधरी ओर एक बेटी गायत्री गिरी है। गायत्री गिरी बड़ी बेटी है। बेटी दो दिन पहले ही देहरादून यूपीईएस से पेपर देकर लोटी थी। उसने हाल ही में एलएलबी पूरा किया है। जबकि बेटा एक्टिंग करता है और स्कूल में पढ़ाई करता है।