मेरठ के लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र में यति नरसिंहानंद के विवादित बयान के खिलाफ मार्च निकाल रहे आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ नोकझोंक हो गई । पुलिस ने कार्यकर्ताओं को डराने के लिये ज़मीन पर लाठियां भांजी जिसपर कार्यकर्ता भाग खड़े हुए । पुलिस का कहना है कि ये लोग बिना अनुमति के जुलूस निकाल रहे थे। शनिवार को लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शाम को विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी। शाम को पार्टी कार्यकर्ता सागर सिंह लिसाड़ी के नेतृत्व में लिसाड़ी गेट में एकजुट हुए थे। कार्यकर्ता जुलूस निकालने लगे तभी वहां पुलिस पहुंची और लोगों को दौड़ा दिया।
आजाद समाज पार्टी के मेरठ के संस्थापक सदस्य सागर सिंह लिसाड़ी ने कहा कि हम लोग शांतिपूर्वक तरीके से अपना मार्च निकाल रहे थे। हमने किसी को परेशान भी नहीं किया। हम केवल अपना विरोध जता रहे थे। इसके बावजूद पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं को दौड़ाया उन्हें रोका। जो गलत है। हमारा संविधान हर भारतीय को अपने मजहब को जीने की आजादी देता है। लेकिन यहां हमारे गुरु का अपमान हुआ है।
सागर लिसाड़ी ने कहा कि यति नरसिंहानंद ने हमारे नबी साहब की शान में गुस्ताखी की है। हर मजहब के लोगों की अपनी भावनाएं होती हैं। हमारा संविधान किसी मजहब का मजाक उड़ाना या उस पर टिप्पणी करने की इजाजत नहीं देता। इसके बावजूद यति ने नबी साहब पर टिप्पणी की उनको गलत बोला है। हम ये अपमान नहीं सहेंगे। जब तक यति नरसिंहानंद की जीभ नहीं कट जाती हम प्रदर्शन करते रहेंगे।
थाना लिसाड़ी गेट प्रभारी का कहना है कि कुछ लोग बिना परमिशन के प्रदर्शन कर रहे थे। जिनको समझाने का प्रयास किया। लेकिन ये लोग अपनी मनमानी करने लगे जिसके बाद धरना समाप्त कराया गया है।