बिजनौर। नोएडा पुलिस ने 23 करोड़ की ठगी करने वाले जालसाज तथाकथित पत्रकार को गिरफ्तार किया है। जनपद बिजनौर के गांव पेदी निवासी इस जालसाज ने फर्जी आईडी के जरिए कई कंपनियां खोली। ईपीएफओ में एंप्लॉई के अकाउंट भी खोले। उसके बाद अलग-अलग बैंकों से करीब 23 करोड़ लोन लेकर हजम कर गया। बताया गया है कि आरोपी फर्जी पत्रकार ने पुलिस प्रशासन में अपनी पकड़ मजबूत बना रखी थी।
एडीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि मिली शिकायतों के बाद रफीक पुत्र सद्दीक नाम के इस जालसाज को सेक्टर-10 नोएडा शिवानी फर्नीचर के पास से गिरफ्तार किया गया। इसने फर्जी नामों से आधार कार्ड बनवाए और पैन कार्ड बनवा कर आरओसी में कंपनी रजिस्टर कराई। अलग-अलग व्यक्तियों की आईडी से प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां बनाई। इसके अलावा बैंकों में आधार कार्ड के जरिए फर्जी खाते भी खुलवाए। इन खातों में फर्जी कंपनी के खाते से सैलरी के रूप में धन ट्रांसफर किया और उसे वापस एटीएम से निकाल लिया। इसी तरह कई महीनों तक पैसा निकाला और खातों में ट्रांसफर किया, ताकि सीबिल स्कोर बेहतर बन सके। उन्होंने बताया कि 6 से 7 महीने तक ऐसा करने से खाता धारक को लोन मिल सकता है। इसके बाद ऑनलाइन लोन के लिए अप्लाई करके कई तरह की फाइनेंस कंपनियों से कार, मोबाइल व अन्य वस्तुएं फाइनेंस कराई। एचडीएफसी सहित अन्य बैंक से लगभग 23 करोड़ रुपए लोन के रूप में लेकर वापस नहीं किए। ईपीएफओ में कंपनी के कर्मचारी के खाते खुलवा कर समय-समय पर पैसा जमा किया गया, जिससे कंपनी का अस्तित्व सही प्रतीत हो और लोन लेते समय किसी को शक न हो। लोन के रुपयों को एटीएम के माध्यम से निकालकर व फाइनेंस की वस्तुओं का गबन करके बैंक को वापस नहीं किया जाता था।
उसके कब्जे से फिंगरप्रिंट डिवाइस (सगेम कंपनी) व डाटा केबल, 01 आई स्कैनर बरामद किया गया है। जीएचसीएल नामक फर्जी कंपनी में फ्रॉड का काम इसने सेक्टर-119 में एक फ्लैट किराए पर लेकर किया। इस पूरे गोरखधंधे में बैंककर्मियों की मिलीभगत की जांच की जा रही है।