मेरठ के एक प्राइमरी स्कूल में 2 बच्चों को नॉनवेज खिलाने का मामला सामने आया है। जिसके बाद स्कूल से लेकर थाने तक हंगामा शुरू हो गया है। परिवार के लोग बच्चों को लेकर थाने पहुंचे। यहां 1 बच्चे ने इंकार कर दिया। जबकि दूसरे दिव्यांग बच्चे ने जबरन नॉनवेज खिलाने की बात स्वीकार कर लिया। यह मामला वैद्यवाड़ा स्कूल का बताया जा रहा है।
सोमवार को 2 बच्चों ने स्कूल में मौजूद प्रिंसिपल मो. इकबाल पर आरोप लगाया कि उन्हें मिड डे मील में नॉनवेज खिलाया गया। अभिभावकों तक मामला पहुंचने के बाद स्कूल में हंगामा हुआ। इसके बाद अभिभावक थाने पहुंचे। यहां प्रिंसिपल के सामने बच्चों के बयान हुए। 1 बच्चे ने यहां इंकार कर दिया। जबकि दूसरे दिव्यांग भाई ने स्वीकार किया कि उसको नॉनवेज खिलाया गया।
बता दे कि यह स्कूल बेसिक शिक्षा विभाग का है। हिंदू संगठन तक मामला पहुंचने के बाद पुलिस ने प्रिंसिपल को हिरासत में लिया है। उससे भी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल थाने में कोई लिखा पढ़त नहीं हुई है।
पीड़ित 2 भाइयों में से बड़े भाई ने कहा – आज स्कूल लंच में आलू सोयाबीन की सब्जी आई थी। आज की सब्जी अच्छी नहीं थी, इसलिए मैंने एक रोटी सब्जी से खा ली। लेकिन मेरे दिव्यांग छोटे भाई ने 2 रोटी खाईं। फिर मुझे टीचर ने कहा कि आज सब्जी अच्छी नहीं आई है। तुम एक काम करो, ये 100 रुपए लो और दुकान से जाकर मीट ले आओ।
उन्होंने मुझे 100 रुपए दिए, मैं मीट ले आया। फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि तू खाएगा क्या? मैंने कहा नहीं खाऊंगा। फिर उन्होंने मेरे भाई से पूछा खाएगा? तो मैंने कहा ये भी नहीं खाएगा। तब सर बोले कि तू मत खा इसे खाने दे। फिर उन्होंने छोटे भाई को मीट खिलाया।
उनके ऑफिस से निकलने के बाद हम क्लास गए। वहां से घर वापस आ गए। मेरा भाई मुंह ढककर कमरे में पंखे के नीचे लेट गया। मैंने पापा-मम्मी को ये बात बताई। फिर स्कूल में मामा पहुंचे। वहां हंगामा हुआ। जब पुलिस तक ये मामला पहुंचा। तब भाइयों के बयान हुए। छोटा भाई दिव्यांग है, वो ठीक से बोल भी नहीं सकता, लेकिन उसने इशारों से बताया कि उसने मीट कैसे खाया था।
बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने बताया कि थाने से सूचना मिली थी कि वेदवाड़ा प्राइमरी स्कूल में आज 6 बच्चे आये हुए थे। इस दौरान अध्यापक मोहम्मद इकबाल ने है बच्चो को खाने में मीट खिलाने के कृत्य किया गया है इसमें 5 बच्चो ने खाना खाया था एक बच्चा दिव्यांग था जिसने इस खाने को खाने से मना कर दिया । पता चलने पर इसकी सूचना स्थानीय पार्षद ने भी दी है हमे दी। तत्काल प्रभाव से स्कूल अध्यापक को सस्पेंड कर दिया गया है। और आगे की कार्यवाही की जा रहिभाई। वही इस तरह की घटना घटित ना ही इसके लिये अन शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि खाने की जांच की जानी चाहिए तभी बच्चो को दिया जाये।