मेरठ। भोलेश्वर मंदिर शास्त्री नगर में राम कथा के तीसरे दिवस में राम प्रकटों उत्सव का वर्णन व्यास पीठ से आचार्य राकेश मोहन शास्त्री ने बताया की अयोध्या में श्री राम का अवतार होते ही जहा सम्पूर्ण वातावरण सुगंधित हो गया देवता भी दर्शन के लिए पृथ्वी पर चल पड़े भोले नाथ भी डमरू लेकर अयोध्या राजप्रसाद में पहुंच गए साथ ही रुद्र अवतार हनुमान भी इस दिव्य दर्शन के लिए अयोध्या आ गए देवता जो भू लोक नही आ सके उन्होंने देवलोक से हर्षित मन से पुष्प वर्षा करी गंधर्व v देव कन्याओं ने आनंद नृत्य किया ।
इसी आनंद का अनुभव कथा पंडाल में “”अवध पुरी में राम आए है।पर श्रद्धालों ने जम कर नृत्य कर जन्म उत्सव मनाया। ।कथा को जन्म से बधाई उत्सव और बाल्य अवस्था का वर्णन करते हुए राकेश मोहन जी कहते हैं राम जी थोड़े बड़े हुए तो चोटी रखी गई, कर्ण छेदन हुआ, यज्ञओपित संस्कार हुए और राम जी अयोध्या के राजप्रासाद में घुटने से चलते हुए बचपन से ही संस्कार लेकर माता पिता , गुरु ,के आदर करते हुए तरुण अवस्था की तरफ बढ़ रहे है। तभी तुलसीदास जी कहते है कि प्रातः काल उठत रघुनाथा।मात पिता गुरु नाथे माथा ।व्यास पीठ से शास्त्री जी ने कहा कि आज बच्चों में संस्कार देने की जरूरत है संस्कार विहीन बालक परिवार सहित समाज के लिए घातक है इसी लिए संस्कार वा संस्कृति,धर्म ,ओर समाज के लिए आवश्यक है।कथा के आरंभ में रामायण और व्यास पूजन राधा रानी, कविता भारद्वाज , सपना द्वारा किया गया।रामायण की आरती भाजपा पा उत्तर प्रदेश के संयोजक आलोक सिसोदिया , चेतन चौधरी, रजत कुमार द्वारा की गई।