Connect with us
https://qnewsindia.com/wp-content/uploads/2023/07/en.png.webp

खास रिपोर्ट

आज होगा चांद का चन्द्रयान से मिलन कुछ ही घन्टो में लहरायेगा चांद पर तिरंगा

Avatar photo

Published

on

Spread the love

भारत मून मिशन चंद्रयान-3 के आज शाम चंद्रमा की सतह पर उतरने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टियां और प्रार्थनाएं दोनों ही बड़े ही उत्साह के साथ आयोजित की जा रही हैं. इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 के लैंडिंग से पहले के 20 मिनट को भारत के लिए ” टेरर के 20 मिनट ” कहा है।

आज शाम 6.04 बजे होने वाली चंद्रयान-3 की लैंडिंग का पूरे देश में लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा. इस  कार्यक्रम के लिए स्कूल खुले रहेंगे और अंतरिक्ष प्रेमी इस ऐतिहासिक क्षण की खुशी में पार्टियों का आयोजन कर रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंद्रयान-3 की लैंडिंग के वक्त ISRO से वर्चुअली जुड़ेंगे।

रूस के मून मिशन लूना-25 की असफलता से सस्पेंस बढ़ गया है, जो रविवार को लैंडिंग के दौरान चंद्रमा की सतह पर क्रैश हो गया. 2019 में, चंद्रयान -2 मिशन उसी क्षेत्र में सुरक्षित रूप से उतरने में विफल रहा था, जो गड्ढों और गहरी खाइयों से भरा है।

अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने विश्वास जताया है कि लैंडिंग बिना किसी रुकावट के होगी, क्योंकि वैज्ञानिकों ने मिशन चंद्रयान-2 से कई सबक लिए हैं।

इस लैंडिंग लाइव टेलीकास्ट शाम 5.20 बजे इसरो की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और डीडी नेशनल पर शुरू होगा. शाम 6.04 बजे विक्रम लैंडर, रोवर प्रज्ञान को लेकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगा।

चंद्रयान-3 की  लैंडिंग के स्थान का चयन सावधानी पूर्वक किया गया है. जिस क्षेत्र में पानी के निशान मिले हैं, उसमें चंद्र जल बर्फ की कुंजी होने की उम्मीद है, जो एक बेहद मूल्यवान संसाधन हो सकता है.चंद्रमा की सतह पर पानी है, इसका पता 2009 में इसरो के चंद्रयान-1 जांच पर नासा के एक उपकरण द्वारा लगाया गया था।

चंद्रमा पर पानी की मौजूदगी भविष्य के चंद्रमा मिशन के लिए एक आशा जगाती है – इसका उपयोग पीने के पानी के स्रोत के रूप में, उपकरणों को ठंडा करने और ऑक्सीजन का उत्पादन करने के लिए किया जा सकता है. इससे महासागरों की उत्पत्ति के बारे में भी सुराग मिल सकते हैं।

रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद भारत चंद्रमा पर रोवर उतारने वाला चौथा देश होगा. चंद्रयान-3 की स्वीकृत लागत 250 करोड़ रुपये (लॉन्च वाहन लागत को छोड़कर) है. चंद्रयान-3 का डेवलपमेंट फेज जनवरी 2020 में शुरू हुआ, जिसे 2021 में लॉन्च करने की योजना थी. हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण मिशन के प्रोग्रेस में अप्रत्याशित देरी हुई।

इसरो ने मंगलवार को कहा कि मिशन तय समय पर है और सिस्टम की नियमित जांच हो रही है. “स्मूथ सेलिंग जारी है. इसरो ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया कि मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (इसरो में)ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ है.”इसरो ने लगभग 70 किमी की ऊंचाई से ली गई चंद्रमा की तस्वीरें भी जारी की।

चंद्रमा लैंडर को 14 जुलाई को एलवीएम 3 हेवी-लिफ्ट लॉन्च वाहन पर लॉन्च किया गया था. इसे 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में स्थापित किया गया था. लैंडर विक्रम का नाम विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है, जिन्हें व्यापक रूप से भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।

चंद्रयान मिशन के बाद इसरो के पास कई परियोजनाएँ हैं, उनमें से एक सूर्य का अध्ययन करने का मिशन, और एक मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान है. सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली अंतरिक्ष-आधारित भारतीय वेधशाला, आदित्य-एल1, संभवतः सितंबर के पहले सप्ताह में लॉन्च के लिए तैयार हो रही है।

खास रिपोर्ट

श्री वैंक्टेेश्वरा विश्वविद्यालय एन एच.9 पर वैंक्टेश्वरा सेतू उपरिगामी पैदल पथ ब्रिज का शिलान्यास हुआ

Avatar photo

Published

on

Spread the love

मेरठ सोमवार को  अमरोहा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित श्री वैंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय संस्थान के मुख्य द्वार के सामने भगवान वैंक्टेश्वरा की अनुकम्पा एवं केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री भारत सरकार  नितिन गड़करी  के अनुमोदन के बाद पैदल फुटओवर ब्रिज वैंक्टेश्वरा उपरिगामी सेतू का शानदार शिलान्यास भूमि पूजन किया गया।

लगभग दो करोड़ की लागत से बनने वाला यह ओवरब्रिज मार्च 2024 में विश्वविद्यालय हॉस्पीटल कर्मचारीयों एवं आमजनता को समर्पित हो जायेगा। यह बात आज इसके शिलान्यास के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रबंधक ललित तिवारी ने कही। श्री तिवारी ने बताया कि यह  वैंक्टेश्वरा सेतूष्अभी तक बने सभी फुटओवर ब्रिज में सबसे सुरक्षित एवं शानदार होगा। श्री वैंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के सामने बनने वाले इस फुटओवर ब्रिज का शिलान्यास भूमि पूजन ज्योतिष समयानुसार अपराहृन समूह चेयरमेन डॉ सुधीर गिरी राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रबंधक ललित तिवारी प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी सीईओ अजय श्रीवास्तव एन एच के अधिकृत कॉन्ट्रेक्टर  डी एस  वशिष्ट आदि ने विधिवत पूजा अर्चना कर एवं नारियल फोड़कर किया।

इस अवसर पर समूह चेयरमेन डॉ सुधीर गिरि ने कहा कि इस वैंक्टेश्वरा सेतू के निर्माण से जहाँ एक ओर आमजनमानस को राष्ट्रीय राजमार्ग पार करने में सुगमता होगी वहीं दूसरी ओर पिछले कुछ सालों में हुई सड़क दुर्घटनाओं की पुनरावत्ति को रोकने में मदद मिलेगी। इस अवसर पर समूह के प्रधान सलाहकार प्रो वी पी एस अरोड़ा, सलाहकार आर एस शर्मा, डॉ तेजपाल सिंह, डॉण् राजेश सिंहए डॉण् दिव्या गिरधरए डॉण् योगेश्वर शर्माए डॉण् अनिल जयसवाल, डॉ एस एन साहू, मेरठ परिसर से डॉ प्रताप सिंह अरूण गोस्वामी, डॉ दिनेश सिंह, सुनील कुमार भगवानिया, मारूफ चौधरी, एस एस बघेल एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे

Continue Reading

खास रिपोर्ट

सील की कार्रवाई हुई एमडीए उपाध्यक्ष को सौंपेंगे शहर चिकित्सक अस्पताल व क्लीनिक की चॉबी

Avatar photo

Published

on

Spread the love

मेरठ। न्यूटिमा हॉस्पिटल को मेडा का सील का नाेटिस मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन में हडकंप मच गया है। आनन फानन  में आईएमए व नर्सिंग होम एसोशिएशन की आपातकालीन बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया है। अगर मेरठ विकास प्राधिकरण न्यूटिमा हॉस्पिटल पर सील की कार्रवाई करता है तो आईएमए के 150 सदस्य और आईएमए के सभी चिकित्सक अपने हॉस्पिटल  और क्लीनिक चॉबी एमडीए उपाध्यक्ष को सौंप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

आईएमए मेरठ शाखा के अध्यक्ष डा संदीप जैन ने बताया कि न्यूटिमा प्रकरण में दोनो संस्थाएं विगत चार पांच दिन से प्रशासन के सम्पर्क में है। अस्पताल में इस समय बहुत से मरीज भर्ती है। अस्पताल ने अस्पताल की कंपाउंडिंग करने के लिए तीन हफ्ते का समय मांगा था। जिससे अस्पताल अपनी कम्पाउंडिंग करा सके। लगातार प्रशासन से निवेदन करने के बाद एमडीए से अस्पताल को सील करने का नोटिस दे दिया है। नोटिस मिलने के बाद न्यूटिमा के चिकित्सक व  आईएमए के चिकित्सक सकते में है। इस संदर्भ में बैठक में निर्णय लिया गया है। अगर मंगलवार को एमडीए ने न्यूटिमा अस्पताल पर सील कर कार्रवाई की तो आईएमए के 150 सदस्य व और आईएमए के सभी चिकित्सक अपने अस्पताल व क्लीनक की चॉबी मेरठ विकास प्राधिकरण के वीसी को सौंप कर अनिश्चित कालीन हडताल पर चले जाएंगे।

Continue Reading

खास रिपोर्ट

पावर ऑफिसर एसोसिएशन का पश्चिमांचल इकाई मेरठ का क्षेत्रीय अधिवेशन हुआ संपन्न मुख्य अतिथि के रूप में ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ सोमेंद्र सिंह तोमर रहे मौजूद

Avatar photo

Published

on

Spread the love

पावर ऑफिसर एसोसिएशन का पश्चिमांचल इकाई मेरठ का क्षेत्रीय अधिवेशन हुआ संपन्न मुख्य अतिथि के रूप में ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ सोमेंद्र सिंह तोमर ने लिया भाग स्वयं केंद्रीय कार्य समिति का माला पहनकर मेरठ की धरती पर किया स्वागत नई परंपरा शुरू कर पेश की मिसाल।

पावर ऑफिसर एसोसिएशन की केंद्रीय कार्य समिति के पदाधिकारी ने केंद्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा के नेतृत्व में मेरठ पहुंचकर अपने सदस्यों की सुनी समस्याएं उपभोक्ता सेवा में सुधार पर दिया बल बिजली कंपनियों को आत्मनिर्भर बनने पर दिया जोर।

पश्चिमांचल पावर ऑफिसर एसोसिएशन इकाई का वोटिंग के आधार पर हुआ चुनाव जिसमें सर्वसम्मत से मुख्य अभियंता मेरठ राघवेंद्र यादव बने संरक्षक रविंद्र कुमार सिंह बने अध्यक्ष राजवीर सिंह महासचि।

 

उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर एसोसिएशन की तरफ से शुरू किए गए सभी बिजली कंपनियों मे क्षेत्रीय अधिवेशन के क्रम में आज पावर ऑफिसर एसोसिएशन मेरठ इकाई का अधिवेशन मुख्यालय मेरठ पर बुलाया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर सोमेंद्र सिंह तोमर ऊर्जा राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश ने भाग लेकर संगठन के सदस्यों की जहां समस्याएं सुनी वहीं उन्होंने मेरठ की धरती पर पावर ऑफिसर एसोसिएशन के केंद्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा के नेतृत्व में पहुंची पूरी केंद्रीय टीम का स्वयं माला पहनकर स्वागत किया और एक नई परंपरा की शुरुआत और कहा आज मेरठ की धरती पर पावर ऑफिसर एसोसिएशन की केंद्रीय टीम आई है उसका स्वागत करते हुए मुझे गर्व महसूस हो रहा है ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ सोमेंद्र सिंह तोमर ने कहा बिजली कंपनियों को आत्मनिर्भर बनाकर प्रदेश के उपभोक्ताओं को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति दिए जाने का रास्ता साफ किया जाएगा साथ ही उन्होंने कहा संगठन के अभियंता सदस्यों की जो भी समस्याएं हैं उसको संगठन की केंद्रीय कार्य समिति के साथ लखनऊ मुख्यालय पर बैठक कर उसका समाधान कराया जाएगा। उन्होंने आगे यह भी आश्वासन दिया की पावर ऑफिसर एसोसिएशन के सदस्यों की जो भी समस्याएं हैं उसे प्राथमिकता पर हल कराया जाएगा हम सभी का नैतिक दायित्व है कि हम सब ऊर्जा परिवार के लोग उपभोक्ता सेवा में सुधार करते हुए एक मुफ्त समाधान योजना को सफल बनाएं।
उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर एसोसिएशन के केंद्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने अपने सदस्यों की समस्याएं सुनते हुए कहा हम सभी का नैतिक दायित्व है कि उपभोक्ता सेवा में सुधार के लिए पूरी पारदर्शिता के साथ उनकी सेवा करें उपभोक्ता है तो विभाग है जहां तक सवाल है दलित व पिछला वर्ग के अभियंता अधिकारियों के साथ हो रही उत्प्रात्मक कार्यवाही का तो संगठन पावर का अवसर प्रबंधन से इस पर वार्ता करके उसका समाधान कराएगा आगे संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष ने कहा अनेकों ऐसे राज्य है जिनका बजट एक लाख करोड़ का होता है वही हमारे उत्तर प्रदेश में हमारा वार्षिक राजस्व आवश्यकता ही सभी बिजली कंपनियों की एक लाख करोड़ से ज्यादा की है जिससे आप सभी स्वत सोच सकते हैं कि ऊर्जा क्षेत्र की उपलब्धि कितनी महत्वपूर्ण है। सम्मेलन का संचालन राजवीर सिंह अध्यक्षता राघवेंद्र यादव मुख्य अभियंता अतिथियों का स्वागत सम्मान अरब सिंह, देवेंद्र ,मुकेश कुमार, प्रिंस गौतम,मनोज कुमार राजकुमार ने किया।
संगठन के केंद्रीय कार्य समिति के देखरेख में पश्चिमांचल इकाई का चुनाव भी संपन्न हुआ जिसमें सर्वसम्मत से वोटिंग के आधार पर पश्चिमांचल इकाई के संरक्षक के रूप में श्री राघवेंद्र यादव मुख्य अभियंता वितरण मेरठ क्षेत्र चुने गए उसके साथ ही रविंद्र कुमार सिंह अधिशासी अभियंता मुख्यालय अध्यक्ष बने वहीं महेश चंद्र कार्यवाहक अध्यक्ष, राजवीर सिंह महासचिव, उपाध्यक्ष के पद पर प्रिंस कुमार गौतम, अनुराग सिंह सचिव व अनिल कुमार वर्मा मीडिया प्रभारी आशीष लाल, संगठन सचिव प्रवीण कुमार सिंह कोषाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार सिंह को चुना गया।

Continue Reading

Trending

Updates