मेरठ में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। 13 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता सीएचसी में दर्द से कराहती रही लेकिन अफसरों का दिल नहीं पसीजा। इस दौरान पीड़िता ने खुले परिसर में ही मृत बच्चे को जन्म दिया।
मेरठ में मानवता को शर्मसार करने का एक मामला सामने आया है। सीएचसी सरधना परिसर में एक गर्भवती दुष्कर्म पीड़िता दर्द से कराहती रही। लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारी आराम से सोते रहे। जिसके चलते दुष्कर्म पीड़िता ने खुले परिसर में एक मृत बच्चे को जन्म दिया।
वहीं, खून से लथपथ दुष्कर्म पीड़िता के दर्द से किसी का दिल नहीं पसीजा। किशोरी की हालत बिगड़ने पर थाना पुलिस सीएचसी पहुंची और स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही का विरोध किया। साथ ही इस बड़ी लापरवाही से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया।
बता दें कि थाना क्षेत्र के एक गांव में आठ माह की दुष्कर्म पीड़िता की हालत बिगड़ने पर परिजन सीएचसी लेकर पहुंचे। लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भर्ती करने से इंकार कर दिया। सभी कर्मचारी एसी के कमरों में आराम से सोते रहे। उधर, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
वहीं, पीड़िता को कई घंटे बाद भर्ती कराया गया और फिर वहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। फिलहाल पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। बताया गया कि आरोपी पिछले कई माह से किशोरी के साथ दुष्कर्म कर रहा था और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहा था।
पेपर मिल में गत्ते का ढाक गिरने से युवक की मौत एक मजदूर घायल
मेरठ के गंगानगर थानाक्षेत्र स्थित एक पेपर मिल में गत्ते की ढांग के नीचे दबकर सुपरवाइजर की मौत हो गई। सुपरवाइजर मारूफ यहां 12 सालों से काम कर रहा था। अचानक हुई इस मौत से हड़कंप मच गया। वही इस दुर्धटना ने एक मजदूर भी घायल हुए है जिसको निजी