चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के अंतर्गत संचालित मान्यवर कांशीराम शोध पीठ।
आज दिनांक 17 मई 2023 को आर्ट ऑफ गिविंग संस्था के साथ मिलकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया l आर्ट ऑफ गिविंग संस्था भुवनेश्वर के किट एवं किस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अचुत्य सामंता के द्वारा 2013 में आरंभ की गई तब से प्रतिवर्ष यह संस्था 17 मई को आर्ट ऑफ गिविंग पर पुरे देश में गोष्ठी का आयोजन करती रही है आर्ट ऑफ गिविंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार ठाकुर की प्रेरणा से यह कार्यक्रम चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया l वास्तव में आर्ट ऑफ गिविंग के अंतर्गत हम विभिन्न संस्थाओं में कार्य कर रहे तृतीय श्रेणी एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी जो वर्षभर अपने अपने अधिकारियों की विभिन्न रूपों में सेवा करते हैं उनके सम्मान करने को प्रेरित करता है इस वर्ष आर्ट ऑफ गिविंग का विषय हेल्पिंग फॉर हेल्प है इस कार्यक्रम के आयोजन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय कटरा से पधारे संकाय अध्यक्ष कला एवं विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग प्रोफेसर सुपर्ण कुमार शर्मा ने अपने वक्तव्य में तृतीय श्रेणी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के सम्मान करने की परंपरा को भारतीय संस्कृति की मौलिक भावना के अनुरूप बताया उन्होंने कहा इस तरह की विचारधारा ना सिर्फ समाज को जोड़ने का कार्य करती है बल्कि समाज में सद्भावना तथा प्रेम को नियमित रूप से बढ़ाने का भी कार्य करती है l माता शाकुंभरी देवी विश्वविद्यालय के श्री के के जैन कॉलेज खतौली से आए प्रोफेसर राजीव कुमार कौशिक ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार प्रस्तुत किए तथा इस प्रकार के कार्यक्रमों को और अधिक मात्रा में कराए जाने का प्रस्ताव भी रखा उन्होंने कहा आज समाज में विभिन्न प्रकार के नकारात्मक विचार पनप रहे हैं ऐसे समय में अधिकारी और कर्मचारियों के बीच सद्भावना बढ़ाने के उद्देश्य से आर्ट ऑफ गिविंग की यह पहल एक अद्भुत विचार है l इस अवसर पर बोलते हुए इस्माइल नेशनल स्नातकोत्तर महाविद्यालय मेरठ की अर्थशास्त्र विषय की अध्यापिका डॉ ममता सिंह ने आधुनिक समाज में युवा पीढ़ी की सोच में परिवर्तन हेतु तथा भारतीय संस्कृति के विभिन्न आयामो को समझने हेतु आर्ट ऑफ़ गिविंग कि विचारधारा की आवश्यकता पर बल दिया l अर्थशास्त्र विषय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर जसवीर सिंह इस अवसर पर समाज के भीतर आपसी सद्भावना तथा प्रेम को बढ़ावा देने के लिए आर्ट ऑफ गिविंग के उद्देश्य एवं क्रियाकलापों अपने विचार रखे उन्होंने कहा भारत में अधिकारी तथा कर्मचारियों के बीच प्रोफेशनल लाइफ के अतिरिक्त हमें वर्ष में कम से कम एक बार उनके सम्मान हेतु सामने आना चाहिए जो वर्षभर हमारा सम्मान करते हैं l मान्यवर कांशीराम शोध पीठ द्वारा विश्वविद्यालय के विभिन्न कर्मचारियों को इस अवसर पर बुके, पौधे प्रदान कर तथा शॉल द्वारा भी उनका सम्मान किया गयाl सम्मानित होने वालों में श्री शर्मे सिंह पुत्र श्री जोगराज सिंह जोकि विश्वविद्यालय से 2015 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं तथा वर्तमान में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं के साथ-साथ श्री मुकेश कुमार पुत्र श्री विक्रम सिंह सफाई कर्मी सुपरवाइजर , श्री महकार सिह पुत्र श्री टिल्लू सिंह जो कि 2008 से माली के पद पर कार्यरत हैं , श्रीमती पूनम शर्मा पत्नी श्री अनिल शर्मा जो कि 2004 से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में कंप्यूटर केंद्र पर कार्यरत हैं, श्रीमती लक्ष्मी पत्नी श्री रमेश जो कि वर्ष 2002 से विश्वविद्यालय में सफाई कर्मी के रूप में कार्यरत हैं , श्री लीलू सिंह जोकि पिछले 20 वर्षों से अधिक से विश्वविद्यालय में डॉ आर के सिंह छात्रावास में सफाई कर्मी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं , श्रीमती शकुंतला पत्नी श्री लीलू सिंह जोकि विश्वविद्यालय में दुर्गा भाभी छात्रावास में सफाई कर्मी में कार्यरत हैं को सभी अतिथि गणों सम्मानित किया गया l इस अवसर पर मेरठ के जाने-माने पत्रकार बंधु श्री अतुल कुमार माहेश्वरी के द्वारा की गई सेवाओं हेतु उनको भी सम्मान प्रदान किया गया विश्व विद्यालय के तृतीय श्रेणी कर्मचारी डॉ ओमेन्द्र सिंह को भी सम्मान प्राप्त हुआ मान्यवर कांशीराम शोध पीठ के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी श्री देवेंद्र सिंह को भी मान्यवर कांशीराम शोध पीठ तथा आर्ट ऑफ गिविंग की ओर से सम्मान प्रदान किया गयाl इस अवसर पर विश्वविद्यालय के बड़ी मात्रा में कर्मचारी गण तथा विद्यार्थी उपस्थित थे l कार्यक्रम की सफलता में मान्यवर कांशीराम शोध पीठ के श्री संजय कुमार, श्री जॉनी शर्मा, श्री देवेंद्र कुमार का विशेष योगदान रहा l कार्यक्रम में इस्माइल नेशनल स्नातकोत्तर महाविद्यालय मेरठ से आयी डॉ कविता गर्ग , सम्राट पृथ्वीराज चौहान स्नातकोत्तर महाविद्यालय बड़ोद बागपत से पधारे डॉ भारत कुमार के साथ-साथ अन्य विभिन्न विद्वान एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे समाप्ति के पश्चात सूक्ष्म जलपान की भी व्यवस्था की गई थी l कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने एवं अतिथि अतिथि गणों में कार्यक्रम की गुणवत्ता एवं मेहता को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण बताया तथा इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित रूप से कराने हेतु सुझाव भी प्रस्तुत किए मान्यवर कांशीराम शोध पीठ के निदेशक दिनेश कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा आरंभ में सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम समाप्ति पर सभी का शोध पीठ एवं विश्वविद्यालय की ओर से आभार व्यक्त किया गया।