मेरठ के चौधरी चरण विवि के सुभाष चंद्र प्रेक्षागृह में शपथ ग्रहण समारोह हंगामे की भेंट चढ गया। जब वंदे मातरम का गलत उच्चारण का विराेध एआईएमआईएम के पाषर्दो व भाजपा नेताओं की मारपीट हो गयी। जिसकों को लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा । फोर्स के अंदर आने पर विरोध कर रहे पार्षदों को बाहर निकाला गया। जिस पर बाद डीएम समेत अन्य अधिकारी विरोध करने पार्षदों को मनाने मे जुटे दिखाई दिए। वही जिस समय भाजपा नेताओं द्वारा एआईएमआईएम के पार्षदों के साथ मारपीट कर रहे थे।
उस समय वहां पर मंडलाययुक्त समेत तमाम आलाधिकारी मौजूद थे। दरअसल वंदे मातरम को लेकर दो बार बवाल हुआ। सबसे पहले नगर निगम के क्लर्क वैभव ने वंदे मातरम् का गलत उच्चारण कर दिया। जिसकी वजह से सांसद राजेंद्र अग्रवाल और राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेई भड़क गए। दोनो ने खुद माइक पर पहुंचकर कर्मचारी को बहुत डांट लगाई। मगर, जब दोबारा वंदे मातरम शुरू हुआ तो एआईएमआईएम पार्षद खड़े नहीं हुए। उनका आरोप था कि सरकारी आयोजन को संघ का कार्यक्रम बना दिया है। इसी बात पर बीजेपी पार्षद भड़क गए। जिसके बादएआईएमआईएम पार्षदों की पिटाई कर दी। एक दूसरे पर पानी की बोलते हवा में उछाली गयी। हंगामा बढता देख आरएफ को अंदर बुलाना पडा। आरएएफ ने एआईएमआईएम पार्षदों को बाहर निकाल दिया। मामला बढता देख डीएम दीपक मीणा को आगे आना पडा। उन्होंने नाराज पाषर्दो से अंदर चलने की अपील की। उन्होनें नाराज पार्षदों से कहा यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। बल्कि शपथ ग्रहण सामरोह है।
जिस वक्त एआईएमआईएम पार्षदों व भाजपा नेताओं में मारपीट हो रही थी। उसी समय स्टेज से लोगों को सीटों पर बैठने की अपील की जाती रही। लेकिन अपील का कोई असर होता नहीं दिखाई दिया।