सिविल वर्दी में वारंटी को पकड़ने पहुंची पुलिस का हुआ विरोध।
मेरठ । सिवालखास में चोरी के आरोपी में न्यायालय से आए वारंट को पकड़ने के लिए गई जानी थाना पुलिस सिवालखास में महिलाओं ने पुलिस पर हमला कर दिया था यह सामने आ रहा था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है अब इस मामले में नया मोड़ सामने आ गया है सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रही है जिसमें जानी थाना पुलिस के सिवालखास चौकी प्रभारी विमल सैनी समस्त पुलिसकर्मियों के साथ बिना वर्दी में पिस्टल व हाथों में डंडों के साथ दिखाई दे रहे हैं।वायरल लोगों ने बिना वर्दी के गिरफ्तारी करने आए पुलिस कर्मियों का किया विरोध जमकर हंगामा करते हुए दिखाई दे रहे है।
सिवालखास के व्यक्तियों का आरोप है कि फुरकान ने अपना वारंट रिकोल करा लिया था। सिवालखास चौकी प्रभारी विमल सैनी बेवजह अपने पुलिस स्टाफ के साथ वारंट दिखाकर परेशान कर रहे थे। और महिलाओं को गंदी गंदी गाली दे रहे थे। और और बेवजह लोगों पर मुकदमा दायर कर दिया। इसकी शिकायत अब सिवालखास की व्यक्ति मेरठ एसएसपी रोहित सिंह साजवान से करेंगे।
बता दें सिवालखास कस्बे में चोरी के एक मामले में न्यायालय से वारंट जारी होने के बाद पुलिस आरोपी पकड़ने के लिए कस्बे में पहुंची थी लेकिन लोगों ने यहां हंगामा कर दिया। लोगों का आरोप था कि बिना वर्दी के पुलिसकर्मी हथियार लेकर पहुंचे शुरुआती दौर में लोगों को समझ में नहीं आया कि पुलिसकर्मी है या कोई अन्य व्यक्ति हंगामा होना शुरू हो गया लोगों ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया जो कि अब वायरल हो रहा है हालांकि इस पूरे मामले में पूर्व में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए हंगामा करने वाले पुलिस से बदसलूकी करने वाले लोगों को जेल भेज दिया लेकिन अब वीडियो वायरल होने के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है स्थानीय लोगों ने बताया कि न्यायालय से वारंटी फुरकान ने अपना वारंट रिकॉल करवा लिया था बावजूद इसके सिवालखास चौकी के प्रभारी तंग करने लगे और बिना वर्दी के पहुंच गए आरोप है महिलाओं को गालियां दी गई और विरोध करने पर लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया कई लोगों को जेल भेज दिया गया
सिविल वर्दी में कैसे पहुंची चोरी के आरोपी को पकडे
पुलिस के मैनुअल में साफ लिखा है। अगर आप थाने या बाहर किसी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जा रहे है। आपकी वर्दी पूरी होने चाहिए । अब सवाल उठता है। दबिश देने के लिए पुलिस कर्मियों ने वर्दी क्यों नहीं पहनी। जबकि उन्हें पता है कई बार सादी ड्रेस में दबिशे में पुलिस की फजीहत हो चुकी है। हमारा किसी पर आरोप लगाने की मकसद नहीं है।